JPSC का हुआ पिंडदान: अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर छात्रों का अनोखा विरोध

छात्रों ने किया अनोखा विरोध प्रदर्शन

झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) में अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग को लेकर छात्र लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही। सरकार की इस अनदेखी के विरोध में छात्रों ने अब नया तरीका अपनाया है।

बीते 11 फरवरी को छात्रों ने JPSC की शव यात्रा निकाली थी, जिसके बाद 13 फरवरी को JPSC गेट पर छात्र नेता सत्यनारायण शुक्ला के नेतृत्व में छात्रों ने पिंडदान और ब्रह्मभोज कर अपना विरोध जताया।

नियुक्ति में देरी से भड़के छात्र

अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी से छात्रों का धैर्य जवाब दे रहा है। विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि JPSC पहली ऐसी संस्था है, जहां अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने के छह महीने बाद भी न तो नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया और न ही कोई कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त हुआ।

“हमारा भविष्य अधर में लटक गया है। सरकार इस मामले पर बिल्कुल मौन है। यदि जल्द नियुक्ति नहीं होती, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।” – छात्रों का बयान

22 अगस्त 2024 से खाली है पद

आपको बता दें कि 22 अगस्त 2024 से JPSC अध्यक्ष का पद खाली है। पद खाली होने के कारण JPSC सिविल सेवा परीक्षा सहित आधा दर्जन से अधिक परीक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। सबसे अधिक परेशानी 11वीं से 13वीं सिविल सेवा के मुख्य परीक्षा में शामिल छात्रों को हो रही है।

सरकार पर उठ रहे सवाल

छात्रों का कहना है कि सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है और अगर जल्द ही नियुक्ति नहीं होती, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा। क्या सरकार छात्रों के भविष्य से खेल रही है? यह सवाल अब हर किसी के मन में उठ रहा है।

न्यूज़ देखो:

छात्रों का यह विरोध प्रदर्शन सरकार को जागरूक करने के लिए एक बड़ा संदेश है। अगर प्रशासन जल्द कोई कदम नहीं उठाता, तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है। इस तरह की महत्वपूर्ण खबरों के लिए जुड़े रहें “न्यूज़ देखो” के साथ!

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