
#गिरिडीह #महिलासशक्तिकरण : औरा पंचायत सचिवालय में आजीविका संवर्धन योजना के तहत महिला समूहों को आत्मनिर्भरता की दिशा में मार्गदर्शन दिया गया
- 19 सितंबर 2025 को औरा पंचायत सचिवालय में JSLPS का विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ।
- कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना रहा।
- स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से छोटे व्यवसाय शुरू करने और रोजगार सृजन पर चर्चा हुई।
- गरीब और वंचित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने की जानकारी दी गई।
- अब तक लाखों महिलाएं JSLPS योजना से लाभान्वित हो चुकी हैं।
गिरिडीह के औरा पंचायत सचिवालय में 19 सितंबर 2025 को झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) की ओर से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ग्रामीण आजीविका संवर्धन योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें रोजगार के अवसर देने और गरीब एवं वंचित तबकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने पर विस्तृत चर्चा की गई।
JSLPS का उद्देश्य और महत्व
JSLPS का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त बनाना है ताकि वे स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) बनाकर छोटे-छोटे उद्यम शुरू कर सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार सकें। संगठन की ओर से बताया गया कि इस योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे वे न सिर्फ आत्मनिर्भर बन रही हैं बल्कि अपने गांव के विकास में भी योगदान दे रही हैं।
महिलाओं को मिला मार्गदर्शन
कार्यक्रम में जुड़ी महिला दीदियों को रोजगार बढ़ाने के व्यावहारिक तरीके, बाजार तक पहुंच और व्यवसाय की निरंतरता बनाए रखने के उपाय बताए गए। उन्हें यह समझाया गया कि किस प्रकार छोटे स्तर से शुरू किया गया उद्यम धीरे-धीरे बड़े व्यवसाय में तब्दील हो सकता है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के नए स्रोत खोजने की दिशा में उन्हें प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम में अधिकारियों ने कहा: “महिलाओं के नेतृत्व में गांव की आर्थिक स्थिति बदल रही है। जरूरत है कि हर महिला समूह आगे आए और स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाए।”
झारखंड सरकार की पहल
यह आयोजन झारखंड सरकार की उस बड़ी पहल का हिस्सा है जो ग्रामीण विकास और गरीबी उन्मूलन की दिशा में लगातार काम कर रही है। राज्य भर में हजारों स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिन्होंने अब तक लाखों महिलाओं को लाभ पहुंचाया है। महिलाओं के नेतृत्व में इन समूहों ने न केवल आर्थिक मजबूती पाई है बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
ग्रामीण महिलाओं में जागरूकता
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं ने बताया कि ऐसे आयोजन उन्हें आत्मविश्वास देते हैं और उनके अंदर नए सपनों को पूरा करने की क्षमता जगाते हैं। यह पहल ग्रामीण विकास की दिशा में महिला शक्ति की सक्रिय भूमिका को और मजबूत कर रही है।

न्यूज़ देखो: आत्मनिर्भरता की राह पर बढ़ती महिलाएं
गिरिडीह में आयोजित यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि यदि महिलाओं को अवसर और मार्गदर्शन मिले तो वे गांव की अर्थव्यवस्था बदलने में सक्षम हैं। JSLPS की यह पहल न केवल महिलाओं के जीवन को बेहतर बना रही है बल्कि ग्रामीण समाज की तस्वीर भी बदल रही है।
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जागरूक महिलाएं, मजबूत समाज
गिरिडीह का यह आयोजन हमें बताता है कि महिलाओं की शक्ति से ही समाज आत्मनिर्भर बन सकता है। अब समय है कि हम सब मिलकर महिला समूहों को और सशक्त करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि और लोग भी प्रेरित हो सकें।