
#गुमला #आजीविका_दौरा : घाघरा-बिशुनपुर प्रखंड में महिला समूहों की आजीविका योजनाओं की समीक्षा — तुसरू कोना गांव में बहुद्देशीय भवन का हुआ लोकार्पण
- JSPLPS जिला टीम ने 4 जुलाई को किया दोनों प्रखंडों का संयुक्त भ्रमण
- महिला समूहों द्वारा संचालित दुकानें, यूनिट्स और प्रोसेसिंग केंद्रों का निरीक्षण
- CIF और CCL के माध्यम से स्वरोजगार को मिली मजबूती
- तुसरू कोना गांव में बहुद्देशीय भवन का हुआ उद्घाटन
- DPM और JSPLPS टीम ने दीदियों को किया प्रोत्साहित
महिला समूहों की आजीविका पहल का लिया गया जायजा
गुमला जिले के घाघरा एवं बिशुनपुर प्रखंडों में चल रही आजीविका गतिविधियों का जायजा लेने के लिए 4 जुलाई 2025 को JSPLPS (Jharkhand State Livelihood Promotion Society) की जिला टीम ने दौरा किया। इस दौरान टीम ने महिला स्वयं सहायता समूहों (दीदियों) के कार्यों की गहराई से समीक्षा की और कई स्थानों पर व्यक्तिगत संवाद भी किया।
घाघरा प्रखंड में टीम ने CCL ऋण एवं सामुदायिक निवेश निधि (CIF) के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न आजीविका परियोजनाओं जैसे चप्पल दुकान, कपड़ा दुकान, फल दुकान, हल्दी प्रोसेसिंग यूनिट एवं सरसों तेल प्रसंस्करण इकाई का निरीक्षण किया। दीदियों द्वारा योजनाओं के प्रभावशाली क्रियान्वयन को देखकर टीम ने सराहना की और अधिक आत्मनिर्भरता की दिशा में लगातार प्रयास करते रहने को कहा।
बहुद्देशीय भवन से मिलेगा महिला संगठनों को नया मंच
दौरे के दौरान बिशुनपुर प्रखंड के तुसरू कोना गांव में निर्मित बहुद्देशीय सामुदायिक भवन का उद्घाटन जिला परियोजना प्रबंधक (DPM) के हाथों किया गया। यह भवन स्थानीय ग्राम संगठन की दीदियों को सौंपा गया, जिसका उपयोग वे संगठनात्मक बैठकें, प्रशिक्षण कार्यक्रम और अन्य सामाजिक गतिविधियों में करेंगी।
इस मौके पर FI-DM शसंदीप, SD-DM रवि शंकर, JSPLPS की पूरी जिला टीम, और दोनों प्रखंडों के कर्मी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह भवन महिलाओं के सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा।
JSPLPS की कोशिशों से बदल रही हैं गांव की तस्वीरें
JSPLPS के तहत चल रही योजनाएं ग्रामीण इलाकों में आर्थिक आजादी, सामाजिक जागरूकता और महिलाओं के सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम बन रही हैं। जिला टीम ने दोनों प्रखंडों में कार्यरत कर्मियों को बेहतर तालमेल और अधिक प्रभावशाली कार्य योजना पर बल देने को कहा।

न्यूज़ देखो: ग्रामीण आजीविका का नया अध्याय
ग्रामीण झारखंड में महिलाओं की आर्थिक सशक्तता की दिशा में JSPLPS की पहलें उल्लेखनीय हैं। घाघरा और बिशुनपुर जैसे पिछड़े माने जाने वाले इलाकों में आज महिलाएं अपने छोटे कारोबारों से आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर रही हैं।
न्यूज़ देखो इस बदलाव को सलाम करता है और आशा करता है कि ऐसे मॉडल्स अन्य जिलों में भी दोहराए जाएं, जिससे पूरे झारखंड की तस्वीर बदली जा सके।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
चलिए मिलकर बनाएं आत्मनिर्भर झारखंड
जब महिला सशक्तिकरण और आजीविका के अवसर गांव-गांव पहुंचते हैं, तभी एक समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य की कल्पना साकार होती है।
इस खबर को साझा करें, अपने विचार व्यक्त करें और उन महिलाओं को भी प्रेरित करें जो अब भी पीछे हैं।
आपका समर्थन बदलाव की सबसे बड़ी ताकत है।