रांची: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की संयुक्त स्नातक स्तरीय (CGL) परीक्षा में कथित धांधली को लेकर छात्रों के आक्रोश ने बड़ा आंदोलन का रूप ले लिया है। 15 दिसंबर 2024 को राज्य की राजधानी रांची में एक विशाल प्रदर्शन की योजना बनाई गई है, जिसमें हजारों छात्रों के शामिल होने की संभावना है।
क्या है विवाद?
सितंबर 2024 में हुई JSSC CGL परीक्षा के परिणाम हाल ही में घोषित किए गए, जिसके बाद छात्रों ने अनियमितताओं का आरोप लगाया। छात्रों का दावा है कि परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक हुआ था और सीटों की खरीद-फरोख्त हुई है।
परिणामों के मुताबिक,
- 21 सितंबर को हुई परीक्षा में केवल 82 अभ्यर्थी सफल हुए।
- 22 सितंबर को हुई परीक्षा में 2178 अभ्यर्थी सफल रहे।
छात्रों ने इन आंकड़ों को धांधली का प्रमाण बताया है और परीक्षा रद्द करने की मांग की है।
हजारीबाग में विरोध प्रदर्शन
हजारीबाग के भारत माता चौक पर छात्रों ने मंगलवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। गाड़ियों की लंबी कतार लग गई, और प्रशासन ने आंदोलनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। हजारीबाग विधायक प्रदीप प्रसाद ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात कर कहा कि 15 दिसंबर को रांची में होने वाले आंदोलन में बीजेपी के सभी विधायक छात्रों के समर्थन में शामिल होंगे।
आंदोलन की तैयारी
- छात्र संगठन और विभिन्न सामाजिक समूह 15 दिसंबर को रांची में प्रदर्शन करने के लिए एकजुट हो रहे हैं।
- प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य JSSC CGL परीक्षा रद्द कर निष्पक्ष जांच की मांग करना है।
- प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अन्य जिलों से भी छात्र रांची पहुंच रहे हैं।
प्रशासन की भूमिका
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया है और उनकी शिकायतें सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। इस बीच, JSSC ने 16-20 दिसंबर के बीच सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन का कार्यक्रम तय किया है, लेकिन प्रदर्शन के कारण इसमें व्यवधान की संभावना जताई जा रही है।
राजनीतिक समर्थन
बीजेपी समेत कई दलों ने छात्रों के आंदोलन को समर्थन दिया है। हजारीबाग विधायक ने रांची के महा प्रदर्शन में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है, जिससे आंदोलन को और अधिक बल मिलने की संभावना है।
छात्रों का यह आंदोलन झारखंड में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की मांग को लेकर एक महत्वपूर्ण मोड़ बन सकता है। 15 दिसंबर को रांची में होने वाले इस प्रदर्शन पर पूरे राज्य की नजरें टिकी होंगी।