रांची: झारखंड के मांडू विधानसभा क्षेत्र के AJSU विधायक निर्मल महतो ने JSSC-CGL परीक्षा को लेकर सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया है। मंगलवार को हजारीबाग में JSSC-CGL रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में उन्होंने विधानसभा परिसर में धरना दिया।
धरने के दौरान निर्मल महतो ने हाथ में तख्ती लिए हुए वर्तमान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “सरकार छात्रों के भविष्य के प्रति असंवेदनशील है। JSSC-CGL परीक्षा में व्यापक गड़बड़ी हुई है, जिसे रद्द किया जाना चाहिए।“
महत्वपूर्ण मांगें और चेतावनी
- JSSC-CGL परीक्षा रद्द:
विधायक ने जोर देकर कहा कि अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई, तो इसका गंभीर परिणाम होगा। उन्होंने चेतावनी दी, “अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई, तो झारखंड जल सकता है। इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।” - सीबीआई जांच की मांग:
निर्मल महतो ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए यह कदम जरूरी है।
धरने का उद्देश्य और सरकार पर सवाल
निर्मल महतो का यह धरना छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने का प्रयास है। उनका आरोप है कि सरकार रोजगार और परीक्षा प्रक्रिया को लेकर गंभीर नहीं है, जिससे छात्रों का भविष्य अंधकार में जा रहा है।
पृष्ठभूमि
हजारीबाग में JSSC-CGL परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस घटना ने छात्रों और राजनीतिक प्रतिनिधियों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया।
विधायक निर्मल महतो का यह धरना राज्य में परीक्षा प्रणाली की खामियों और छात्रों के अधिकारों के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।