JSSC कार्यालय में छात्रों का महाजुटान, छावनी बना कैंपस
झारखंड के नामकुम स्थित JSSC कार्यालय में छात्रों का महाजुटान देखने को मिला, जहां CGL परीक्षा 2023 में कथित अनियमितताओं को लेकर राज्यभर से हजारों छात्र विरोध-प्रदर्शन करने पहुंचे।
प्रदर्शन की मुख्य वजह
- छात्रों ने JSSC द्वारा ली गई संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (21-22 सितंबर 2023) में कई अनियमितताओं का आरोप लगाया।
- 21 सितंबर की परीक्षा में केवल 82 उम्मीदवारों के चयन पर सवाल उठाए गए, जबकि 22 सितंबर की परीक्षा में 2149 छात्रों को पास घोषित किया गया।
- छात्रों का आरोप है कि कम अंकों वाले उम्मीदवारों को पास किया गया, और कटऑफ जारी नहीं होने से पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं।
प्रदर्शनकारी परीक्षा की CBI जांच की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन की तैयारी
- प्रदर्शन के मद्देनजर JSSC कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
- 2500 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात।
- फायर ब्रिगेड, वाटर कैनन और वज्र वाहन मौजूद।
- वीडियोग्राफी और ड्रोन से निगरानी।
- दो लेयर की सुरक्षा के साथ बैरिकेडिंग।
- रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने छात्रों से शांतिपूर्ण रहने और प्रदर्शन से बचने की अपील की है।
JSSC और सरकार का पक्ष
- JSSC के सचिव सुधीर गुप्ता ने परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि मेरिट लिस्ट के आधार पर 16-20 दिसंबर तक दस्तावेज़ सत्यापन होगा।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए CID जांच का आदेश दिया है।
JSSC कार्यालय का माहौल फिलहाल तनावपूर्ण है, लेकिन प्रदर्शन और सरकारी कार्रवाई से परीक्षा की सत्यता पर उठ रहे सवालों का समाधान जल्द मिलने की उम्मीद है।
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