
#सिमडेगा #क्रिसमस_समारोह : विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से विद्यालय परिसर में छाया उत्सव का रंग।
सिमडेगा स्थित जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में क्रिसमस पर्व के अवसर पर भव्य क्रिसमस मिलन समारोह का आयोजन किया गया। विद्या वनस्थली शिक्षा समिति द्वारा संचालित विद्यालय में यह कार्यक्रम प्रेम, शांति और भाईचारे के संदेश के साथ संपन्न हुआ। विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, प्रार्थना और संदेशों ने पूरे वातावरण को उल्लासपूर्ण बना दिया। समारोह में विद्यालय प्रबंधन, शिक्षक, अभिभावक और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
- जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल, सिमडेगा में क्रिसमस मिलन समारोह का आयोजन।
- विद्या वनस्थली शिक्षा समिति के तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम।
- विद्यार्थियों ने गीत, नृत्य और स्किट के माध्यम से प्रेम और शांति का संदेश दिया।
- प्रधानाचार्य पी. एल. केरकेट्टा ने क्रिसमस के मूल्यों पर प्रकाश डाला।
- विद्यालय प्रबंधन समिति एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं की रही गरिमामयी उपस्थिति।
- कार्यक्रम का समापन नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ किया गया।
विद्या वनस्थली शिक्षा समिति द्वारा संचालित जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल परिसर में क्रिसमस पर्व के अवसर पर आयोजित क्रिसमस मिलन समारोह अत्यंत उल्लास और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। पूरे विद्यालय परिसर को सजावट, संगीत और बच्चों की मुस्कान ने एक उत्सवधर्मी वातावरण में बदल दिया। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल पर्व मनाना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के माध्यम से समाज तक प्रेम, सेवा और शांति का संदेश पहुंचाना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें विद्यालय परिवार और अतिथियों ने सामूहिक रूप से सहभागिता निभाई। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत ने समारोह को भावनात्मक और आनंदमय शुरुआत दी। विद्यालय की प्राचार्या ने अपने स्वागत भाषण में क्रिसमस पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह त्योहार हमें प्रेम, त्याग और मानवता के मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देता है।
प्रार्थना और आध्यात्मिक संदेश
समारोह के दौरान छात्रा आकांक्षा द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना और क्रिसमस संदेश ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। प्रार्थना के माध्यम से शांति, सद्भाव और एक-दूसरे के प्रति करुणा का भाव स्पष्ट रूप से झलका, जिसे उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों ने भी सराहा।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। बच्चों ने We Wish You a Merry Christmas, नीले आसमान के पार जाएंगे, झूमो, नाचो, गाओ, और हमको मिली है शांति जैसे गीतों पर नृत्य और गायन प्रस्तुत कर प्रेम और शांति का संदेश दिया। बच्चों की मासूम अदाएं और आत्मविश्वास से भरी प्रस्तुतियों ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
स्किट से दिया सामाजिक संदेश
कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण कक्षा 5 के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत स्किट ‘भावनाओं का परिवर्तन’ रहा। इस नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि सकारात्मक सोच, संवेदनशीलता और मानवीय मूल्यों को अपनाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। स्किट ने यह भी दर्शाया कि नकारात्मक भावनाओं को त्यागकर प्रेम और सहयोग से जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है।
प्रधानाचार्य का प्रेरक संदेश
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य पी. एल. केरकेट्टा ने कहा:
“क्रिसमस केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह प्रेम, करुणा, सहयोग और शांति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।”
उन्होंने विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। इससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि उनमें नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों की भावना भी विकसित होती है।
मंच संचालन और गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम का मंच संचालन लक्ष्मी पाठक द्वारा अत्यंत प्रभावशाली और सुव्यवस्थित ढंग से किया गया, जिससे पूरा कार्यक्रम अनुशासित और आकर्षक बना रहा। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सदस्य मुनेरन, लता, अंजू, सुमैया, छोट्टेलाल, सोनी, रिजवाना और आकांक्षा उपस्थित रहे।
विद्यालय प्रबंध समिति की ओर से मनोरमा एक्का, एवी लकड़ा, मनीषा मिंज, सीमा तिर्की सहित अन्य सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को और बढ़ाया। अभिभावकों की सहभागिता ने भी यह दर्शाया कि विद्यालय और समाज मिलकर बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत हैं।
समापन और शुभकामनाएं
कार्यक्रम का समापन एकेडेमिक कोऑर्डिनेटर राहुल कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों, अभिभावकों और विद्यालय परिवार को क्रिसमस एवं नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

न्यूज़ देखो: शिक्षा के साथ संस्कारों का संदेश
यह आयोजन दर्शाता है कि विद्यालय केवल शैक्षणिक केंद्र नहीं, बल्कि संस्कार और सामाजिक मूल्यों के संवाहक भी होते हैं। जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल ने यह सिद्ध किया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में प्रेम, शांति और एकता की भावना विकसित की जा सकती है। ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नई पीढ़ी में प्रेम और शांति के बीज बोने का प्रयास
आज के दौर में जब समाज कई चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे आयोजन बच्चों को सही दिशा देने का कार्य करते हैं। शिक्षा के साथ संस्कारों को जोड़ना समय की आवश्यकता है। अपने आसपास के ऐसे सकारात्मक प्रयासों को प्रोत्साहित करें। अपनी राय कमेंट में साझा करें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं और समाज में सद्भाव का संदेश फैलाने में सहभागी बनें।





