#सिमडेगा #डॉएपीजेअब्दुलकलामजयंती : जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में विद्यार्थियों ने विज्ञान, गणित, कला और शिल्प में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया
- जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल, सिमडेगा में डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की जयंती ‘वर्ल्ड स्टूडेंट डे’ के रूप में मनाई गई।
- विज्ञान, गणित, कला, पेंटिंग, रंगोली और शिल्प की प्रदर्शनी का आयोजन, जिसमें विद्यार्थियों ने नवोन्मेषी प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए।
- मुख्य अतिथि प्रफुल्लित लाकड़ा, प्राचार्य, केंद्रीय विद्यालय और विशिष्ट अतिथि सुशीला देवी, पूर्व प्राचार्या, ने संयुक्त रूप से प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
- प्रमुख अतिथियों में रेखा देवी, अध्यक्ष सूंढी संघ और माया अग्रवाल, संरक्षक अग्रवाल समाज की गरिमामय उपस्थिति रही।
- विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया, और शिक्षकों का आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल, सिमडेगा में डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जयंती पर विद्यार्थियों ने विज्ञान, गणित, कला और शिल्प के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत “मन की वीणा से गुंजित …” से हुई। मुख्य अतिथि प्रफुल्लित लाकड़ा और विशिष्ट अतिथि सुशीला देवी ने संयुक्त रूप से प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और बच्चों के प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण किया। इस अवसर पर रेखा देवी और माया अग्रवाल की उपस्थिति ने कार्यक्रम में और भी गरिमा जोड़ दी।
बच्चों की प्रतिभा और नवोन्मेषिता की झलक
विद्यार्थियों ने विज्ञान, गणित, पेंटिंग, क्राफ्ट और रंगोली में विभिन्न प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। बच्चों की कलाकृतियों और नवाचारों ने उपस्थित अतिथियों का मन मोह लिया।
प्रफुल्लित लाकड़ा ने कहा: “जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल के बच्चे अत्यंत मेधावी और नवोन्मेषी हैं। हर बच्चे में कुछ नया करने और सोचने की क्षमता है। स्वयं को पहचानिए और कल के लिए तैयार रहिए।”
सुशीला देवी ने कहा: “डॉ. कलाम का जीवन प्रत्येक विद्यार्थी के लिए प्रेरणास्रोत है। अपने सपनों को साकार करने के लिए लगातार परिश्रम करें।”
रेखा देवी ने कहा: “ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास और नवाचार की भावना को बढ़ाते हैं।”
माया अग्रवाल ने कहा: “बच्चों की कलाकृतियों और प्रोजेक्ट्स में विकसित भारत का भविष्य झलकता है।”
विद्यालय की प्राचार्या ने भी बच्चों को डॉ. कलाम के जीवन दर्शन के माध्यम से प्रेरित किया और कहा कि “सपना वो नहीं जो हम नींद में देखते हैं, सपना वो है जो हमें सोने नहीं देता।”
प्रतियोगिता और पुरस्कार
प्रदर्शनी में विभिन्न वर्गों के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया:
- विज्ञान प्रदर्शनी विजेता: इवाना, बेबी, केशव वर्मा
- गणित प्रदर्शनी विजेता: दुर्गा, शाद, रेहान
- पेंटिंग प्रतियोगिता विजेता: अंजली, केशव राज, अनुश्का
- क्राफ्ट प्रदर्शनी विजेता: मनीष, जोएल, आयांश
- रंगोली प्रतियोगिता विजेता: माव्या, आशीका, शिवानी

शिक्षकों रिजवाना, सोनी, लक्ष्मी, छोटेलाल, सुमैया, अंजू, लता, मुनुरेन, आकांक्षा और देवंती ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया और प्रदर्शनी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ हुआ, और एकेडमिक कोऑर्डिनेटर राहुल कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

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यह प्रदर्शनी दर्शाती है कि कैसे बच्चों में नवोन्मेष और सृजनशीलता को बढ़ावा देकर उन्हें भविष्य के वैज्ञानिक और कलाकार बनने की दिशा दी जा सकती है। बच्चों की प्रतिभा और शिक्षकों का मार्गदर्शन इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा।
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प्रेरक समापन और बच्चों के भविष्य को प्रोत्साहित करना
जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल का यह आयोजन हमें याद दिलाता है कि शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तक तक सीमित नहीं है, बल्कि नवाचार और सृजनशीलता को बढ़ावा देने का माध्यम भी है। अपने बच्चों को प्रेरित करें, उनके सपनों को पहचानें और उन्हें कल के लिए तैयार करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और शिक्षा और नवाचार के महत्व को समाज तक पहुँचाएँ।
हर विद्यार्थी के भीतर उज्जवल भविष्य छिपा है — उसे पहचानिए और सशक्त बनाइए।