
#सिमडेगा #शिक्षा_समाचार : बिना बैग के पढ़ाई, रचनात्मक गतिविधियों और प्रेरक संदेशों से बच्चों का हुआ सर्वांगीण विकास।
सिमडेगा जिले में विद्या वनस्थली शिक्षा समिति द्वारा संचालित जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए “नो बैग डे” का सफल और प्रेरक आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने पुस्तकों से इतर विभिन्न रचनात्मक और मानसिक विकास से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेकर सीखने का आनंद लिया।
- जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में “नो बैग डे” का आयोजन
- दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की हुई शुरुआत
- शिक्षाविदों ने बच्चों को दिए संस्कार और जीवन मूल्यों के संदेश
- रचनात्मक गतिविधियों से बच्चों की एकाग्रता और सीखने की क्षमता में वृद्धि
- शिक्षा को अनुभवात्मक बनाने पर दिया गया जोर
सिमडेगा जिले के जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल परिसर में “नो बैग डे” कार्यक्रम उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के संरक्षक सह मार्गदर्शक वाणी भूषण डॉ. पद्मराज जी, मुख्य अतिथि एवं वक्ता अशोक कुमार महतो जी, प्रधानाचार्य, अकादमिक समन्वयक सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।
दीप प्रज्वलन और संस्कारों का संदेश
कार्यक्रम के दौरान डॉ. पद्मराज जी ने बच्चों को सरल और प्रेरक शब्दों में बताया कि किसी भी शुभ कार्य से पहले दीपक जलाने का क्या महत्व होता है। उन्होंने ब्रह्मचारी, सदाचारी, धर्मरक्षक, वीर और व्रतधारी जैसे शब्दों के अर्थ समझाते हुए बच्चों को अच्छे संस्कार अपनाने की प्रेरणा दी। साथ ही दीन-दुखियों की सहायता करने, प्रभु सिमरन, सत्य बोलने और किसी को दुख न देने जैसे मूल्यों को जीवन में उतारने का संदेश दिया।
बच्चों के समग्र विकास पर विशेष व्याख्यान
मुख्य अतिथि एवं वक्ता अशोक कुमार महतो जी ने बच्चों के मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने पर्याप्त नींद, भावनात्मक संतुलन और स्वस्थ दिनचर्या के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने KIDS शब्द का अर्थ समझाते हुए कहा कि K-नॉलेज, I-इम्युनिटी, D-डेवलपमेंट और S-स्ट्रेंथ बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक हैं।
रचनात्मक गतिविधियों में बच्चों की सक्रिय भागीदारी
“नो बैग डे” के अंतर्गत विद्यार्थियों ने माइंड एक्सरसाइज, पेपर फोल्डिंग, फिंगर पेंटिंग, पक्षियों और जानवरों की आवाज़ पहचान जैसी रोचक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इन गतिविधियों ने बच्चों की रचनात्मकता, एकाग्रता और सीखने की क्षमता को मजबूत किया।
सफल संचालन और सहभागिता
कार्यक्रम के संचालन में मुनुरेन, लता, अंजू, सुमैया, छोटेलाल, लक्ष्मी, रिजवाना एवं आकांक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मंच संचालन की जिम्मेदारी सोनी ने कुशलतापूर्वक निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानाचार्य पी.एल. केरकेट्टा एवं अकादमिक कोऑर्डिनेटर राहुल कुमार द्वारा स्वागत संदेश प्रस्तुत किया गया।
शिक्षा को अनुभवात्मक बनाने की पहल
विद्यालय परिवार ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि जीवन मूल्यों, रचनात्मक गतिविधियों और अनुभवात्मक सीख से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है। “नो बैग डे” जैसे आयोजनों से बच्चों में सीखने के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ता है।
न्यूज़ देखो: शिक्षा में नवाचार की दिशा में सार्थक पहल
जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल का यह आयोजन शिक्षा के पारंपरिक ढांचे से आगे बढ़कर बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक सराहनीय प्रयास माना जा रहा है। ऐसे नवाचारी कार्यक्रम भविष्य में शिक्षा को और अधिक प्रभावी एवं आनंददायक बनाने में सहायक साबित होंगे।





