
#सिमडेगा #शिक्षा : सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर छात्रों ने प्रस्तुत किए नवाचार और विचार
- जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल, सिमडेगा में इंजीनियर डे बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।
- स्टूडेंट लेड कॉन्फ्रेंस 2025 में छात्रों ने 20 प्रस्तुतियाँ दीं।
- 8 प्रस्तुतियाँ मेरिट सर्टिफिकेट के लिए चयनित की गईं।
- साकिब और रिदा को बेस्ट प्रेजेंटर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- मुख्य अतिथि श्रीमती सुशीला देवी ने शिक्षा और मूल्यों पर प्रेरक संदेश दिया।
सिमडेगा के जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में इंजीनियर डे के अवसर पर आयोजित स्टूडेंट लेड कॉन्फ्रेंस 2025 ने विद्यालय परिसर को उत्साह और रचनात्मकता से भर दिया। यह आयोजन भारत के महान अभियंता सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती को समर्पित रहा। विद्यार्थियों ने विज्ञान, गणित, हिंदी और इंग्लिश विषयों पर आधारित अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए ज्ञान और नवाचार का अनूठा संगम प्रस्तुत किया।
छात्रों की रचनात्मक प्रस्तुतियाँ
सम्मेलन में कुल 20 प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें से 8 प्रस्तुतियाँ मेरिट सर्टिफिकेट के लिए चयनित की गईं। इन प्रस्तुतियों में विज्ञान और गणित की प्रयोगात्मक गतिविधियों से लेकर साहित्यिक और भाषाई अभिव्यक्तियों तक का विस्तार रहा। विशेष रूप से छात्रों साकिब और रिदा की उत्कृष्ट प्रस्तुति ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, जिसके लिए उन्हें बेस्ट प्रेजेंटर पुरस्कार प्रदान किया गया।
निर्णायक मंडल और मूल्यांकन
छात्रों की प्रस्तुतियों का मूल्यांकन विद्यालय की प्राचार्या पी. एल. केरकेट्टा, विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्षा श्रीमती मनोरमा एक्का, और वरिष्ठ शिक्षिका लता कुजूर द्वारा किया गया। सभी ने विद्यार्थियों के नवाचार और आत्मविश्वास की सराहना की और कहा कि यह आयोजन छात्रों की नेतृत्व क्षमता और रचनात्मक सोच को आगे बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम है।
मुख्य अतिथि का प्रेरक संदेश
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सुशीला देवी, पूर्व प्राचार्या राजकीय कृत मध्य विद्यालय, घोचोलटोली रहीं। उन्होंने अपने प्रेरणादायी संदेश में कहा:
श्रीमती सुशीला देवी ने कहा: “सच्ची शिक्षा वही है, जो केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रहकर बच्चों को अच्छे संस्कार, अनुशासन और जीवन के मूल्यों से जोड़ती है। समग्र पेरेंटिंग से ही एक जिम्मेदार नागरिक और सफल इंसान का निर्माण संभव है।”
उनके संबोधन ने बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों और अभिभावकों को भी शिक्षा के व्यापक दृष्टिकोण की ओर प्रेरित किया।
विश्वेश्वरैया का योगदान याद किया गया
इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका आकांक्षा मिन्ज़ ने सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जीवन और योगदान पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे उनके इंजीनियरिंग कौशल और नवाचार ने भारत के आधुनिक निर्माण कार्यों की नींव रखी और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने।
आयोजन में सभी की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय के अकादमिक कोऑर्डिनेटर राहुल कुमार ने किया। इसके अलावा आयोजन को सफल बनाने में मुनूरेन, लता, अंजू, सुमैया, छोटेलाल, लक्ष्मी, सोनी, रिजवाना, देवती का विशेष योगदान रहा। इनकी मेहनत और समर्पण से आयोजन को भव्य सफलता मिली।
न्यूज़ देखो: शिक्षा में नवाचार की नई राह
यह आयोजन दर्शाता है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों को नेतृत्व, रचनात्मकता और जिम्मेदारी की भावना से जोड़ना है। ऐसे प्रयास न केवल बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं बल्कि उन्हें समाज के लिए उपयोगी नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित भी करते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा से संस्कार की ओर
अब समय है कि हम शिक्षा को केवल अंकों की दौड़ न मानकर संस्कार, मूल्य और नवाचार से जोड़ें। समाज तभी प्रगति करेगा जब बच्चे जिम्मेदार, अनुशासित और सकारात्मक सोच वाले बनेंगे।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के संदेश को और आगे फैलाएं।