
#पलामू #दुर्घटना : कंडा गाँव में युवक की हार्ट अटैक से मौत के बाद पूर्व प्रत्याशी सुधीर चंद्रवंशी ने परिवार को दिया सांत्वना, सरकारी सहायता की प्रक्रिया शुरू
- कंडा गाँव में गुड्डू चंद्रवंशी का अचानक हार्ट अटैक से निधन, पूरे क्षेत्र में शोक।
- पूर्व प्रत्याशी सुधीर चंद्रवंशी पहुँचे मौके पर, माता सुशीला कँवर व परिवार को दिलाया सांत्वना।
- सुधीर चंद्रवंशी ने घटना पर पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख से कराया वीडियो कॉल।
- सरकार की ओर से ₹4000 तत्काल सहायता व बच्चों के लिए सरकारी पेंशन शुरू करने का भरोसा।
- ग्रामीणों ने कहा—कठिन समय में सुधीर चंद्रवंशी का सहयोग परिवार के लिए बड़ी हिम्मत।
- अंतिम संस्कार में कई बुद्धिजीवी और ग्रामीण हुए शामिल, परिवार को मिल रहा सामुदायिक समर्थन।
कंडा ग्राम, नावाबाजार प्रखंड (पलामू) में 13 नवंबर 2025 की देर शाम एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जब गांव के युवक गुड्डू चंद्रवंशी की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई। युवा की असामयिक मृत्यु से पूरे क्षेत्र में दुख और स्तब्धता छा गई। गांव के लोग इस घटना से गहरे सदमे में हैं और परिवार में मातम पसरा हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही विश्रामपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुधीर कुमार चंद्रवंशी तुरंत कंडा गाँव पहुंचे और शोकाकुल परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की।
परिवार से मुलाकात और तत्काल सहायता की पहल
गुड्डू चंद्रवंशी की माँ सुशीला कँवर, भाई और अन्य परिजनों से मुलाकात के दौरान सुधीर चंद्रवंशी ने उन्हें ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिया। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने भी बताया कि परिवार आर्थिक और सामाजिक दोनों रूप से गहरे संकट में है।
इस दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख से वीडियो कॉल पर बातचीत कर घटना की विस्तृत जानकारी दी। पूर्व मंत्री ने शोक संतप्त परिवार से सीधे बात कर ₹4000 की तत्काल सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। साथ ही मृतक के बच्चों के भरण-पोषण के लिए सरकारी पेंशन योजना शुरू कराने का भी आश्वासन दिया।
“सुधीर चंद्रवंशी आपका ही अपना बेटा है…” – पूर्व मंत्री
वीडियो कॉल के दौरान पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा—
“सुधीर चंद्रवंशी एक नेकदिल और जमीन से जुड़े इंसान हैं। वह हर समाज और हर वर्ग के बीच रहने वाला आपका ही घर का बच्चा है। ऐसे समय में उनका पहुँचकर हिम्मत देना काबिल-ए-तारीफ़ है।”
इस कथन ने उपस्थित ग्रामीणों को भावुक कर दिया और परिवार को मनोबल मिला।
“दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़ा हूँ” – सुधीर चंद्रवंशी
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सुधीर चंद्रवंशी ने कहा—
“विश्रामपुर विधानसभा में कठिनाइयाँ बहुत हैं। हमें मिलकर इन समस्याओं से लड़ना होगा। मानव जीवन का मूल अर्थ एक-दूसरे की सहायता करना है। मैं इस परिवार के साथ एक सदस्य की तरह खड़ा हूँ और आगे भी पूरी मदद करूंगा।”
उनके इस बयान ने ग्रामीणों में एकजुटता और मानवीय संवेदना का संदेश दिया।
अंतिम संस्कार में ग्रामीणों की उपस्थिति
गुड्डू चंद्रवंशी के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय बुद्धिजीवी शामिल हुए। प्रमुख रूप से मुमताज खलीफा, मंगल राज चंद्रवंशी, सुजीत चंद्रवंशी, आकाश चंद्रवंशी, राकेश कुमार, निरंजन राम, सूरजमल चौहान, मंजय राम, पवन चंद्रवंशी, मुनीराम, राजकुमार राम, रंजीत कुमार और पप्पू गुप्ता मौजूद थे।
सभी ने परिवार को सांत्वना दी और सामूहिक रूप से मदद का आश्वासन दिया।
न्यूज़ देखो: दुख की घड़ी में समाज का साथ—सहयोग ही असली शक्ति
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि कठिन समय में सामुदायिक सहयोग ही परिवार को संभालने की सबसे बड़ी ताकत है। जनप्रतिनिधियों की संवेदनशील पहल और ग्रामीणों की एकजुटता समाज में सकारात्मक संदेश देती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
दुख में साथ खड़ा समाज ही असली परिवार
ऐसे समय में संवेदना और सहयोग परिवार को पुनः खड़े होने का संबल देता है। हमें आगे भी जरूरतमंद परिवारों के साथ खड़े होकर सामाजिक एकता को मजबूत करना चाहिए।
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