कर्म है मंदिर, कर्म है पूजा: पहली बार जयराम महतो पहुंचे विधानसभा, धरती को किया प्रणाम, नंगे पांव हुई इंट्री

रांची: झारखंड विधानसभा के छठे सत्र के पहले दिन JLKM के एकमात्र विधायक जयराम महतो ने अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने विधानसभा में पहली बार प्रवेश करते हुए लोकतंत्र के इस मंदिर को साष्टांग प्रणाम किया। सफेद जैकेट पहने और नंगे पांव पहुंचे जयराम महतो ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। लगभग 10 सेकंड तक झुककर विधानसभा को प्रणाम करते हुए उन्होंने इसे लोकतंत्र के मंदिर के रूप में सम्मान दिया।

जयराम महतो का बयान

विधानसभा में प्रवेश से पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयराम महतो ने कहा:

यह लोकतंत्र का मंदिर है, जो करोड़ों किसानों और जनता की आस्थाओं का केंद्र है। जिस प्रकार हम धार्मिक स्थलों में चप्पल उतारकर प्रवेश करते हैं, उसी प्रकार मैंने विधानसभा में नंगे पांव प्रवेश किया है।

यह स्थान अन्य धार्मिक स्थलों से भी महत्वपूर्ण है।

मैं यहां पहली बार दाखिल हो रहा हूं और लाखों लोगों की उम्मीदें लेकर आया हूं।

उन्होंने आगे कहा:

हमारी पार्टी की रणनीति राज्य की दिशा और दशा बदलने की है। नई पार्टी होने के कारण कई चुनौतियां हैं, लेकिन हमारी मेहनत, संघर्ष, और जनता का विश्वास हमें मजबूती देगा। हम संवाद और व्यवहार में विनम्रता के पक्षधर हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर दृढ़ता भी दिखाएंगे।

महिलाओं और नए विधायकों की बढ़ी भागीदारी

इस बार विधानसभा में 12 महिलाएं हैं, जो एक नया रिकॉर्ड है। इसके साथ ही, सदन में 20 नए विधायकों ने पहली बार कदम रखा है।

सदन की नई सूरत

विधानसभा सत्र का कार्यक्रम

जयराम महतो का यह विनम्र और प्रभावशाली कदम जनता की उम्मीदों को उनके साथ जोड़ता है।

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