करमाटांड में संदिग्ध हालात में महिला की मौत, पति मौके से फरार, आत्महत्या या हत्या?

#गिरिडीह #महिला_मौत – करमाटांड गाँव में रस्सी से लटकता मिला महिला का शव, आत्महत्या या साजिश?

करमाटांड की उस सुबह की कहानी जिसने सबको झकझोर दिया

गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के करमाटांड गांव में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना सामने आई। स्थानीय लोगों को जब यह खबर मिली कि सोनी देवी, उम्र 30 वर्ष, अपने ही घर में फांसी के फंदे से लटकी हुई मिली है, तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतका और उसके पति मुन्ना उर्फ बिजु यादव ने सोमवार रात साथ खाना खाया और अपने कमरे में सोने चले गए। सुबह जब पति की नींद खुली तो उसने देखा कि पत्नी रस्सी से फंदे पर लटकी हुई है। यह देख उसने पड़ोसियों और जनप्रतिनिधियों को सूचना दी, लेकिन फिर खुद मौके से फरार हो गया

पुलिस की शुरुआती जांच और बयान

सूचना मिलते ही बेंगाबाद पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और शव को फंदे से उतारकर गिरिडीह सदर अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।

“फिलहाल यह आत्महत्या प्रतीत हो रही है, परंतु मौत के कारणों की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। अब तक किसी की ओर से आवेदन नहीं मिला है,”
थाना प्रभारी, बेंगाबाद

पुलिस ने कमरे से कुछ सामान जब्त किया है और पति की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

मासूम बेटे पर टूटा दुखों का पहाड़

इस दर्दनाक घटना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है महिला का छह वर्षीय पुत्र, जो अब माँ के साए से हमेशा के लिए वंचित हो गया है। पिता के फरार हो जाने से पूरा परिवार गहरे संकट में है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, मृतका शांत स्वभाव की थी और उसका किसी से कोई विवाद नहीं था। ऐसे में मामला आत्महत्या नहीं, बल्कि किसी घरेलू दबाव या साजिश की ओर भी इशारा करता है।

जनप्रतिनिधियों की संवेदना

घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व प्रमुख राम प्रसाद यादव, बेंगाबाद मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह, जदयू नेता सरयु गोप, और भंडारीडीह के पूर्व मुखिया प्रतिनिधि राजेश कुमार सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधि मौके पर पहुँचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।

इन सभी ने घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

‘न्यूज़ देखो’ की अपील

‘न्यूज़ देखो’ इस दुखद घटना पर गहरा शोक प्रकट करता है और पाठकों से अपील करता है कि अगर आपके आसपास कोई मानसिक तनाव से गुजर रहा हो तो उसका सहारा बनें, उसे समझें और समय पर मदद करें।

हमारी यही कोशिश है कि हर सच्चाई सामने आए और पीड़ित को न्याय मिले।

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