
#लातेहार #सड़कसुरक्षासमस्या : केड़ पंचायत के मुख्य चौक पर रोजाना आवारा मवेशियों का जमावड़ा — राहगीर और वाहन चालकों की जान जोखिम में, स्थानीय दुकानदारों में आक्रोश
- केड़ पंचायत के चार मुहान चौक पर लगातार जमा हो रहे हैं आवारा मवेशी
- सड़क पर बैठे पशुओं के कारण वाहन चालकों को होती है परेशानी
- हर दिन बन रही है दुर्घटना की स्थिति, कई बार टकरा चुके हैं वाहन
- स्थानीय लोग प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं
- मवेशियों के मालिक जानबूझकर जिम्मेदारी से बच रहे हैं
सड़क पर बैठते मवेशी, जान जोखिम में डालते राहगीर
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत केड़ पंचायत के चार मुहान चौक पर इन दिनों आवारा पशुओं की भरमार से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खासकर मुख्य मेन रोड पर प्रतिदिन गाय, बैल जैसे मवेशी खुलेआम बैठते हैं, जिससे राहगीरों और बाइक चालकों को जान जोखिम में डालकर सड़क पार करनी पड़ती है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, कई बार ऐसे दृश्य देखे गए हैं जब वाहन चालकों को मवेशियों को भगाकर अपने वाहन को आगे बढ़ाना पड़ा। इससे न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि दुर्घटना की संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं।
मवेशी मालिक जिम्मेदारी से भाग रहे, प्रशासन मौन
स्थानीय दुकानदारों और ग्रामीणों का कहना है कि मवेशी मालिक जानबूझकर अपने जानवरों को छोड़ देते हैं, लेकिन कोई कुछ कहने की हिम्मत नहीं करता। अगर किसी ने टोका, तो विवाद खड़ा हो जाता है।
एक दुकानदार ने बताया: “सड़क के किनारे पूरे दिन गाय-बैल बैठे रहते हैं। कोई देखता नहीं, और किसी को कह भी नहीं सकते।”
इन हालातों में लोगों की चिंता वाजिब है, क्योंकि यह समस्या न केवल सुविधा की बल्कि सुरक्षा की भी है।
दुर्घटना की आशंका बनी हुई, समाधान की जरूरत
केड़ चौक बरवाडीह प्रखंड का व्यस्ततम स्थल है, जहां से हर समय वाहन गुजरते हैं। ऐसे में सड़क पर बैठे मवेशियों का जमावड़ा नियमित दुर्घटनाओं को न्योता दे रहा है। पहले भी कई छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर शीघ्र ही प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो कोई बड़ा हादसा होकर रहेगा।
न्यूज़ देखो: प्रशासनिक लापरवाही की खुली तस्वीर
केड़ चौक जैसी व्यस्त सड़क पर पशुओं का बेरोकटोक जमावड़ा प्रशासनिक उपेक्षा को उजागर करता है। जहां रोजाना सैकड़ों वाहन और पैदल यात्री गुजरते हैं, वहां ऐसी स्थितियों में जान-माल की हानि कभी भी हो सकती है।
न्यूज़ देखो मांग करता है कि स्थानीय प्रशासन, नगर निकाय और पशुपालन विभाग मिलकर एक ठोस कार्य योजना बनाएं — जिसमें पशु पकड़ने, मालिकों पर जुर्माना लगाने और जनजागरूकता का समावेश हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्क नागरिक ही बदल सकते हैं हालात
अगर आप भी इस क्षेत्र से हैं, तो अपने इलाके में ऐसी समस्याओं की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। सामूहिक आवाज ही समाधान की कुंजी है। सड़क सुरक्षा हर नागरिक का अधिकार है — उसे सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी भी है।
आप इस खबर पर अपनी राय जरूर साझा करें, इसे शेयर करें और स्थानीय प्रशासन तक पहुँचाएं।