- शीतलहर के चलते आठवीं तक की कक्षाएं स्थगित, पर बच्चे तालाब और स्कूल के आसपास घूमते दिखे।
- खरौंधी प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की पढ़ाई जारी।
- बाल विकास परियोजना की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए छुट्टी का कोई निर्देश नहीं।
- सीडीपीओ ने उच्चाधिकारियों से छुट्टी के लिए अनुरोध करने की बात कही।
ठंड में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल
खरौंधी प्रखंड समेत झारखंड प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड की चपेट में है। बढ़ती शीतलहर को देखते हुए शिक्षा विभाग ने आठवीं कक्षा तक की कक्षाओं को स्थगित कर दिया है। इसके बावजूद उमवि मझिगांवा के पांचवीं और छठी कक्षा के बच्चे शीतलहर के बीच तालाब में मछली पकड़ते नजर आए। वहीं, कुछ बच्चे ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल के आसपास घूमते दिखे।
आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ाई जारी
शीतलहर के कारण स्कूलों में छुट्टी के बावजूद खरौंधी प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की कक्षाएं चल रही हैं। मझिंगांवा पच्छिमी आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को पढ़ाई के साथ खाना खाते हुए देखा गया। इस संबंध में आंगनबाड़ी सेविका अजंता कुमारी ने बताया कि बाल विकास परियोजना की ओर से छुट्टी का कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
“हमने बच्चों के बीच स्वेटर बांटे हैं, लेकिन उन्हें ठंड लग रही है। विभाग को इन बच्चों के लिए भी छुट्टी देनी चाहिए।” – अजंता कुमारी, आंगनबाड़ी सेविका
उच्चाधिकारियों को अनुरोध भेजने की तैयारी
सीडीपीओ नंदजी राम ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से आठवीं तक की कक्षाओं को स्थगित करने का निर्देश मिला है। हालांकि, आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अभी तक कोई आधिकारिक निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों से छुट्टी के लिए अनुरोध किया जाएगा।
बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत
शीतलहर के दौरान बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों और विभागों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। इस कंपकंपाती ठंड में बच्चों को बाहर खेलने या स्कूल के आसपास भटकने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
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