
#पलामू #खेलो_झारखंड : जिले के अंडर-17 और अंडर-19 वॉलीबॉल प्रतियोगिता में युवाओं ने दिखाई जोश और खेल भावना
- जिला स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता 19 सितम्बर को जिला स्कूल मैदान में आयोजित।
- उद्घाटन झारखंड शिक्षा परियोजना पलामू के एपीओ उज्ज्वल कुमार मिश्रा ने किया।
- बालिका वर्ग में विजेता: लेस्लीगंज, उपविजेता: विश्रामपुर।
- बालक वर्ग में विजेता: चैनपुर, उपविजेता: तरहसी।
- विजेता और उपविजेता टीमों को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
पलामू। खेलो झारखंड 2025-26 के तहत जिले में आयोजित जिला स्तरीय अंडर-17 और अंडर-19 वॉलीबॉल प्रतियोगिता शुक्रवार, 19 सितम्बर को जिला स्कूल के मैदान में भव्य तरीके से संपन्न हुई। प्रतियोगिता में जिले के सभी प्रखंडों की टीमों ने बड़े उत्साह और खेल भावना के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन एपीओ उज्ज्वल कुमार मिश्रा ने किया। उद्घाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि खेल छात्रों के सर्वांगीण विकास का आधार हैं। ऐसे आयोजनों से बच्चों में अनुशासन, टीम भावना और आत्मविश्वास का संचार होता है।
प्रतियोगिता के रोमांचक मुकाबलों में बालिका वर्ग में लेस्लीगंज की टीम विजेता बनी, जबकि विश्रामपुर उपविजेता रही। बालक वर्ग में चैनपुर ने पहला स्थान हासिल किया और तरहसी की टीम दूसरे स्थान पर रही। विजेता व उपविजेता टीमों को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रतियोगिता की सफलता में शारीरिक शिक्षा शिक्षकों का योगदान अहम रहा। इसमें अनुपम तिवारी, साकेत शुक्ला, अरविंद दुबे, अविनाश कुमार, प्रदीप महतो, आनंद माधव पांडे, शैलेंद्र सिंह, रणजीत सिंह, विशाल गुप्ता, हीरालाल सिंह, सतीश प्रजापति, आनंद सिंह, संजय त्रिपाठी और सुनील यादव की भूमिका उल्लेखनीय रही।
रेफरी और निर्णायक की जिम्मेदारी अभिलाष चंचल की टीम ने निभाई, जिन्होंने निष्पक्ष निर्णय देकर प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक संचालित किया।
न्यूज़ देखो: खेलों के माध्यम से युवा शक्ति का संवर्धन
प्रतियोगिता ने यह दिखाया कि खेल न केवल स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए आवश्यक हैं, बल्कि युवाओं में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व कौशल को भी मजबूत बनाते हैं। ऐसे आयोजनों से जिले के युवा अपने कौशल और आत्मविश्वास में वृद्धि कर सकते हैं।
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युवा खेलों में बढ़ाएं भागीदारी
समाज और अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को खेलों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि खेलों के माध्यम से उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता का विकास हो सके।