Khunti

खूंटी में दरिंदगी: पोर्न देखकर 18 नाबालिग लड़कों ने 3 आदिवासी लड़कियों से किया गैंगरेप

  • झारखंड के खूंटी जिले के तोरपा थाना क्षेत्र में 18 नाबालिगों ने 3 नाबालिग लड़कियों से सामूहिक दुष्कर्म किया।
  • लड़कियां रात में समारोह से लौट रही थीं, तभी कारो नदी के पास घात लगाए बैठे लड़कों ने उन्हें पकड़ लिया।
  • दो लड़कियां किसी तरह भाग निकलीं, लेकिन तीन को लड़कों ने बारी-बारी से अपनी हवस का शिकार बनाया।
  • सभी 18 आरोपी पुलिस हिरासत में हैं, उनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज।
  • पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने घटना से पहले पोर्न फिल्में देखी थीं और उसी से प्रेरित होकर वारदात को अंजाम दिया।

कैसे हुआ अपराध?

यह घटना झारखंड की राजधानी रांची से 60 किलोमीटर दूर खूंटी जिले के तोरपा थाना क्षेत्र की है। 5 सहेलियां लोटा-पानी (सगाई समारोह) से रात 10 बजे लौट रही थीं। तभी कारो नदी के पास पहले से घात लगाए बैठे 18 लड़कों ने उन पर हमला कर दिया

हमलावरों ने लड़कियों को चारों तरफ से घेर लिया। दो लड़कियां किसी तरह भागने में सफल रहीं, लेकिन तीन को लड़के जबरदस्ती सुनसान जगह ले गए और बारी-बारी से दुष्कर्म किया।

घटना के बाद पीड़िताएं रात 3 बजे किसी तरह अपने घर पहुंचीं, लेकिन डर और सदमे में होने के कारण कुछ नहीं बोलीं। अगले दिन एक 13 वर्षीय पीड़िता ने अपनी मां को पूरी घटना बताई, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।


गांव में आक्रोश, परिजनों में भय

घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। पीड़िताओं के परिवार बेहद डरे हुए हैं और अपनी बच्चियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

हमारी बच्ची अब बदनाम हो गई है। इतनी छोटी उम्र में यह सब झेलना पड़ा। उसकी शादी-ब्याह पर असर पड़ेगा। – पीड़िता के दादा

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गांववालों का भी कहना है कि उन्हें पहले समझ ही नहीं आया कि घटना कितनी गंभीर थी। अब पूरा गांव सदमे में है।


पुलिस की कार्रवाई, कड़ी सजा की मांग

पुलिस ने सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी उम्र 12 से 17 वर्ष के बीच है। जांच में सामने आया कि सभी लड़कों ने घटना से एक दिन पहले अश्लील फिल्में देखी थीं, जिससे उनके दिमाग में गलत विचार आए और उन्होंने यह जघन्य अपराध किया।

सभी आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। अगर आरोप साबित होते हैं, तो इन्हें आजीवन कारावास या मौत की सजा भी हो सकती है। – झारखंड पुलिस

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि 16 साल से अधिक उम्र के आरोपियों पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाएगा, ताकि उन्हें सख्त से सख्त सजा मिल सके।


समाज के लिए बड़ा सवाल – कैसे रुकेगी ऐसी घटनाएं?

यह घटना न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। सवाल उठता है कि किशोरों में बढ़ती हिंसा और अपराध की प्रवृत्ति को रोकने के लिए क्या किया जाना चाहिए?

  • क्या परिवारों को बच्चों की परवरिश और उनके मानसिक विकास पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है?
  • क्या इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध पोर्नोग्राफी पर कड़ी निगरानी होनी चाहिए?
  • क्या प्रशासन को ऐसे संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए?

इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे।


‘न्यूज़ देखो’ की अपील

हम इस गंभीर घटना की पूरी कवरेज करते रहेंगे। झारखंड और देशभर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ। समाज में जागरूकता बढ़ाने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए आपका समर्थन जरूरी है।

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