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खूंटी हत्याकांड का खुलासा: अफीम लूट की साजिश में ग्राम प्रधान की हत्या, 10 आरोपी गिरफ्तार

#खूंटी #ग्रामप्रधान_हत्या – अफीम सुखाने की सूचना पर रची गई खौफनाक साजिश, हथियारों के साथ 10 अपराधी धराए

बलराम मुंडा की हत्या के पीछे था अफीम लूट का प्लान

खूंटी जिले के काड़ेतुबिद पंचायत के ग्राम प्रधान बलराम मुंडा की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। खूंटी एसपी के आदेश पर डीएसपी वरुण रजक के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम ने महज कुछ दिनों के भीतर 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या के पीछे अफीम लूट की गहरी साजिश को उजागर किया है।

पुलिस के मुताबिक, बलराम मुंडा ने दो दिन पहले अपने घर के बाहर अफीम सुखाया था, जिसे कुछ लोगों ने देख लिया था। आरोपियों को शक था कि ग्राम प्रधान की जानकारी पर ही हाल में पुलिस द्वारा अफीम की खेती नष्ट की गई थी। इसी नाराजगी में बलराम के घर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी गई।

मारंगहादा हाट में बनी हत्या की योजना

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि साजिश शनिवार को मारंगहादा के साप्ताहिक हाट में रची गई थी, जिसमें काड़ेतुबिद गांव के दो युवक, एक मिशनरी स्कूल के शिक्षक समेत कुल 12 लोग शामिल थे। योजना के तहत बलराम मुंडा के घर में घुसकर अफीम की तलाश की गई और मौके पर ही उन्हें मार दिया गया।

“बलराम मुंडा पर यह संदेह था कि उन्होंने पुलिस को अफीम की खेती की जानकारी दी थी, जिससे कई गांवों में फसलें नष्ट कर दी गई थीं,” — डीएसपी वरुण रजक

गिरफ्तार आरोपी और बरामद हथियार

पुलिस ने जिन 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे निम्नलिखित हैं:

इसके अलावा मोहना टोली से पांच अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से हथियार भी बरामद किए हैं और जांच अब अन्य साजिशकर्ताओं की पहचान और गिरफ्तारी की ओर बढ़ रही है।

गांवों में दहशत, पुलिस सतर्क

हत्या के बाद काड़ेतुबिद और आसपास के गांवों में डर का माहौल है। ग्रामीणों में भारी नाराजगी और असुरक्षा की भावना है। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

डीएसपी वरुण रजक ने कहा—

“हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। आगे और भी अहम खुलासे हो सकते हैं। मामले में शामिल अन्य संदिग्धों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”

न्यूज़ देखो: नशे की खेती और हिंसा पर कड़ी नजर

‘न्यूज़ देखो’ मानता है कि अफीम जैसी अवैध गतिविधियां समाज को अंदर से खोखला करती हैं। ग्राम प्रधान की हत्या केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा पर हमला है।
हम प्रशासन से मांग करते हैं कि इस हत्याकांड के दोषियों को कड़ी सजा मिले और नशे के अवैध व्यापार पर रोक लगे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

हिंसा नहीं, विकास चाहिए

झारखंड के गांवों को हिंसा नहीं, विकास की जरूरत है। नशे की खेती और अपराध से मुक्त समाज ही स्थायी शांति और समृद्धि की गारंटी दे सकता है।
सरकार, प्रशासन और समाज मिलकर यदि सजगता और कठोरता दिखाएं, तो ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकती है।

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