- आग की घटना: सिरसिया वन क्षेत्र में लगी आग, तेजी से फैलने से हुआ अफरातफरी का माहौल।
- ग्रामीणों का सहयोग: ग्रामीणों ने सक्रियता से आग बुझाने में की मदद।
- वन विभाग का योगदान: वनरक्षी और वनपाल ने मिलकर आग पर काबू पाया।
- नुकसान: 600 से 700 पौधे जलकर राख, हालांकि 25000 से 26000 पौधे रोपे गए थे।
- जांच: आग कैसे लगी, इसकी जांच की जाएगी।
गिरिडीह: खुरचुट्टा वन प्रक्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले सिरसिया वन क्षेत्र में मंगलवार को अचानक आग लग गई। आग की लपटें तेजी से फैलने लगीं, जिससे आस-पास के क्षेत्रों में अफरातफरी मच गई। आग का विकराल रूप देखकर ग्रामीणों ने तुरंत हरकत में आकर आग बुझाने की कोशिश की। आग के फैलने से पहले ही स्थानीय लोग सक्रिय हो गए थे, ताकि नुकसान को रोका जा सके।
ग्रामीणों का सहयोग
इस घटना की सूचना वनरक्षी नीरज उपाध्याय ने वनपाल दिवाकर तांती को दी, जिन्होंने तत्काल फायर ब्रिगेड को आग की जानकारी दी। हालांकि, फायर ब्रिगेड की टीम के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों और वन विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर आग पर काबू पा लिया। इसमें वनरक्षी नीरज कुमार उपाध्याय, वनपाल दिवाकर तांती, दीपक कुमार, रमेश टुडू और सुमन के साथ स्थानीय ग्रामीणों का सराहनीय योगदान रहा।
नुकसान
जब तक आग पर काबू पाया जा सका, तब तक वन विभाग द्वारा क्षेत्र में लगाए गए 600 से 700 पौधे जलकर राख हो गए थे। हालांकि, इस क्षेत्र में हाल ही में वन विभाग द्वारा लगभग 25000 से 26000 पौधे रोपे गए थे, जिनका नुकसान अभी तक कम हुआ था।
आग के कारणों की जांच
अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। फिलहाल इस घटनाक्रम ने पूरे इलाके में वन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
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