
#गिरिडीह #आक्रोश_मार्च – किसान जनता पार्टी ने निकाला आक्रोश मार्च, निर्दोष कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे की वापसी की मांग
- किसान जनता पार्टी ने गिरिडीह में आक्रोश मार्च निकाला।
- झूठे मुकदमे को वापस लेने की मांग को लेकर एसपी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया।
- पार्टी कार्यकर्ता 10 अप्रैल से तिसरी अंचल कार्यालय में रजिस्टर टू की प्रमाणित प्रति की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे।
- एसडीपीओ से आश्वासन मिलने के बावजूद, 28 अप्रैल को निजी गुंडों से हमला करने की साजिश का आरोप।
- पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 7 मई को अंबेडकर चौक पर धरना देंगे।
किसानों का आंदोलन और उनकी आवाज़
गिरिडीह में किसान जनता पार्टी ने मंगलवार को आक्रोश मार्च निकाला, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह मार्च झूठे मुकदमों के खिलाफ था, जिनमें पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए गए थे। पार्टी ने मांग की है कि इन झूठे मुकदमों को वापस लिया जाए और निर्दोष कार्यकर्ताओं को न्याय दिया जाए।
एसपी कार्यालय तक पहुँचा आक्रोश मार्च
मार्च झंडा मैदान से शुरू होकर पपरवाटांड़ एसपी कार्यालय तक पहुँचा। यहां, पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में यह मांग की गई कि कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे तुरंत वापस किए जाएं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि उनके कार्यकर्ता 10 अप्रैल से तिसरी अंचल कार्यालय में प्रमाणित प्रति की मांग को लेकर शांतिपूर्वक धरने पर बैठे थे, लेकिन इसके बावजूद उन पर हमला किया गया और मुकदमे दर्ज किए गए।
एसडीपीओ से आश्वासन के बावजूद हमला
पार्टी के नेताओं ने बताया कि एसडीपीओ ने उन्हें आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह के अंदर प्रमाणित प्रति उपलब्ध करवा दी जाएगी। लेकिन 28 अप्रैल को तिसरी अंचल अधिकारी ने निजी गुंडों से हमला करवाया, जिससे कई कार्यकर्ता घायल हो गए। इसके बाद कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए, जो अब पार्टी के लिए बड़ा मुद्दा बन चुका है।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
किसान जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि तिसरी थाना पुलिस लगातार उनके घरों तक पहुंचकर दरवाजा खटखटाती है, जिससे उनके परिवारों में डर का माहौल बनता है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से अपील की है कि इन कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए झूठे मुकदमे को वापस लिया जाए और उनके खिलाफ पुलिस की ज्यादतियों की जांच की जाए।
पार्टी की शांतिपूर्वक धरने की चेतावनी
पार्टी ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो वे 7 मई को अंबेडकर चौक पर शांतिपूर्वक धरना देंगे। पार्टी के प्रमुख नेताओं मेरुलाल मरांडी, छत्रधारी सिंह, लालजीत बेसरा, मुकेश राय, बासदेव मरांडी और सामू हेंब्रम समेत सैकड़ों किसानों और कार्यकर्ताओं ने इस आक्रोश मार्च में हिस्सा लिया और अपनी आवाज उठाई।
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