- एमडीए 2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित।
- 10 फरवरी से 25 फरवरी तक जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलेगा।
- प्रशिक्षण में माइक्रो प्लान, बूथ प्लान, हाउस टू हाउस सर्वे की जानकारी दी गई।
एमडीए प्रशिक्षण का आयोजन
कोडरमा के सिविल सर्जन कार्यालय में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए सोमवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार ने की।
प्रशिक्षण में शामिल अधिकारी और जानकारी
प्रशिक्षण में जिले के सभी सीएचसी से दो चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचओ, और बीटीटी ने भाग लिया। पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि प्रमोद कुमार सिंह और जिला भीबीडी कार्यालय के शंभू कुमार ने प्रशिक्षकों को एमडीए आइडीए कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने माइक्रो प्लान, बूथ प्लान, हाउस टू हाउस सर्वे प्लान, और ड्रग सुपरवाइजर प्लान जैसे कार्यों की तैयारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान
जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि एमडीए आईडीए कार्यक्रम 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाया जाएगा। इस दौरान 2 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों को डीईसी, अल्बेंडाज़ॉल, और आईवरमेक्टिन दवाएं दी जाएंगी।
उन्होंने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए दवा का सेवन अनिवार्य है। जो लोग दवा सेवन से वंचित रह जाते हैं, उन्हें फाइलेरिया होने की संभावना अधिक रहती है।
फाइलेरिया मुक्त कोडरमा का सपना साकार करने के लिए एमडीए कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन अत्यंत महत्वपूर्ण है। नवीनतम स्वास्थ्य समाचार और अपडेट्स के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।