#कोलेबिरा #कांग्रेस : प्रखंड कमेटी ने समारोहपूर्वक पंचायत प्रतिनिधियों को सौंपी जिम्मेदारी
- कोलेबिरा प्रखंड कांग्रेस कमेटी की ओर से पंचायत कमेटी का गठन।
- स्टेडियम परिसर में हुआ नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम।
- प्रखंड अध्यक्ष सुलभ नेल्सन डुंगडुंग के नेतृत्व में हुआ आयोजन।
- राकेश कोनगाडी, सुनील खड़िया, तजमूल अहमद ने किया वितरण।
- पंचायत स्तर पर कुलदीप सोरेंग अध्यक्ष और पीटर टेटे उपाध्यक्ष बने।
कोलेबिरा प्रखंड में कांग्रेस पार्टी ने संगठन विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाया। गुरुवार को कोलेबिरा स्टेडियम परिसर में पंचायत कमेटी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नई जिम्मेदारी मिलने पर हर्ष व्यक्त किया।
समारोह में नेताओं की मौजूदगी
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष सुलभ नेल्सन डुंगडुंग ने की। इस दौरान पश्चिमी मंडल अध्यक्ष राकेश कोनगाडी, सांसद प्रतिनिधि सुनील खड़िया, और अल्पसंख्यक अध्यक्ष तजमूल अहमद ने मंच से नए पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा।
पंचायत कमेटी को जिम्मेदारी
नवनियुक्त प्रतिनिधियों में पंचायत अध्यक्ष कुलदीप सोरेंग, उपाध्यक्ष पीटर टेटे और कुलदीप टेटे, सदस्य रोशन टेटे, फ्लेरेंशिया सोरेंग, ईलिशबा समद, सबाऊल होदा, निलिमा तिर्की, जोसेफ सोरेंग, सहदेव साहू और पवन कुमार शामिल हैं। सभी को मंच पर नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कांग्रेस की रणनीति और संदेश
इस अवसर पर सुलभ नेल्सन डुंगडुंग ने कहा कि यह पहल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर की गई है।
सुलभ नेल्सन डुंगडुंग ने कहा: “यह नियुक्ति प्रमाण पत्र इसलिए दिया जा रहा है ताकि ग्रासरूट लेवल के कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान मिल सके और वे कांग्रेस पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचा सकें। हमारा उद्देश्य जनता की सेवा करना है।”
उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास से पार्टी का संगठनात्मक ढांचा मजबूत होगा और आम लोगों के बीच कांग्रेस की पकड़ और गहरी होगी।
न्यूज़ देखो: गांव-गांव तक संगठन की पकड़ मजबूत करने की कवायद
कांग्रेस पार्टी अब पंचायत स्तर तक संगठन खड़ा कर अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। कोलेबिरा की यह नियुक्ति दिखाती है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को मान्यता देकर उन्हें सक्रिय करने की रणनीति अपना रही है।
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जनता की सेवा ही सबसे बड़ा उद्देश्य
यह नियुक्तियां केवल कागज पर जिम्मेदारी नहीं हैं, बल्कि जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को समझने और हल करने का संकल्प हैं। अब समय है कि नवनियुक्त कार्यकर्ता समाजसेवा और राजनीतिक भागीदारी में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता बढ़े।