- उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में “फॉरमेशन एंड प्रमोशन ऑफ फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस” पर कार्यशाला का आयोजन।
- कार्यक्रम मेराल प्रखंड के चामा पंचायत में स्थित कृषक पाठशाला प्रशिक्षण भवन में आयोजित।
- बीज विनिमय योजना, बिरसा फसल विस्तार योजना, झारखंड कृषि ऋण माफी योजना जैसी योजनाओं पर चर्चा।
- एफपीओ और कृषि संबद्ध विभागों की भागीदारी सुनिश्चित।
गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड स्थित चामा पंचायत के कृषक पाठशाला प्रशिक्षण भवन में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के कृषि प्रभाग द्वारा एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त शेखर जमुआर ने की। इसका उद्देश्य “फॉरमेशन एंड प्रमोशन ऑफ फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस” योजना के कार्यान्वयन और अनुश्रवण पर चर्चा करना था।
कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त, उप विकास आयुक्त और अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा समेत अन्य मंचासीन पदाधिकारियों को पुष्पगुच्छ देकर किया गया। कार्यक्रम के दौरान कृषक पाठशाला विषय पर एक डॉक्यूमेंट्री वीडियो भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी शिव शंकर प्रसाद ने बीज विनिमय योजना, बिरसा फसल विस्तार योजना, झारखंड कृषि ऋण माफी योजना, फसल सुरक्षा कार्यक्रम, और सॉयल हेल्थ मैनेजमेंट स्कीम समेत विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही मत्स्य, उद्यान, पशुपालन और सहकारिता विभागों के पदाधिकारियों ने कृषकों को उन्नति के लिए उपलब्ध योजनाओं के बारे में बताया।
उपायुक्त शेखर जमुआर ने कहा, “कृषि उन्नति देश के विकास का मूल है। कृषक पाठशाला इस दिशा में झारखंड सरकार का एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है।”
कार्यशाला में एफपीओ और कृषि संबद्ध विभागों को एक मंच पर लाने और समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि इस प्रयास से योजनाओं को सक्रियता से क्रियान्वित करने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा, कृषि वैज्ञानिक, और विभिन्न प्रखंडों के एफपीओ समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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