
#पलामू #प्रेरणादायक_युवा : संघर्ष और मेहनत से हासिल की बड़ी सफलता जिले का नाम किया रोशन
- पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के तेतराई गांव के निवासी कुन्दन कुमार गुप्ता का चयन रेलवे सुरक्षा बल (RPF) में सब इंस्पेक्टर के रूप में हुआ।
- देशभर से लगभग 16 लाख अभ्यर्थियों ने दी थी परीक्षा जिनमें से मात्र 452 उम्मीदवारों को मिली सफलता।
- कुन्दन का चयन CISF में भी सब इंस्पेक्टर पद के लिए हुआ है।
- प्रारंभिक शिक्षा पलामू में और स्नातक रांची के सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज से किया।
- सफलता का श्रेय माता पिता के आशीर्वाद अनुशासन और धैर्य को दिया।
- गांव व जिले में कुन्दन की उपलब्धि पर गौरव और उत्साह का माहौल।
पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के तेतराई गांव के 23 वर्षीय कुन्दन कुमार गुप्ता ने कठिन परिश्रम और अटूट धैर्य के बल पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) में सब इंस्पेक्टर का पद प्राप्त किया है। वर्ष 2024 की परीक्षा में लगभग 16 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था जिनमें से केवल 452 अभ्यर्थी सफल हुए। इस सफलता ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे पलामू जिले को गौरवान्वित कर दिया है। कुन्दन ने अपने संघर्ष से यह साबित किया है कि सीमित संसाधन भी बड़ी सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकते।
कठिन परिस्थितियों में भी नहीं छोड़ी लगन
कुन्दन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पलामू में पूरी की और फिर उच्च शिक्षा के लिए रांची के सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज में स्नातक किया। बचपन से ही उनमें सेवा और अनुशासन की भावना थी। आर्थिक रूप से साधारण परिवार से आने वाले कुन्दन ने कभी परिस्थितियों को बहाना नहीं बनाया। परिवार के सहयोग और आत्मविश्वास के बल पर वे लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे।
उन्होंने तैयारी के दौरान अपनी दिनचर्या को बेहद अनुशासित रखा और नियमित अध्ययन को प्राथमिकता दी। उनके अनुसार कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखना और दिशा सही रखना ही सफलता का असली रहस्य है।
कुन्दन कुमार गुप्ता ने कहा: “मेरा चयन RPF SI के साथ साथ CISF में भी सब इंस्पेक्टर पद पर हुआ है। यह मेरे माता पिता के आशीर्वाद और निरंतर मेहनत का परिणाम है। मैं युवाओं को संदेश देना चाहता हूँ कि धैर्य और सही दिशा में मेहनत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।”
परिवार और क्षेत्र में खुशी की लहर
कुन्दन की इस उपलब्धि से उनके गाँव तेतराई और आसपास के क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोग उनके घर जाकर बधाई दे रहे हैं। उनके पिता श्री विशेश्वर प्रसाद गुप्ता ने कहा कि बेटे की यह सफलता पूरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि कुन्दन हमेशा से ही मेहनती और अनुशासित रहा है और उसकी लगन ने पूरे क्षेत्र का नाम ऊँचा किया है।
गांव के बुजुर्गों और युवाओं ने कुन्दन को क्षेत्र का गौरव बताया और कहा कि यह सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। उनके शिक्षक और मित्र भी बेहद उत्साहित हैं।
न्यूज़ देखो: पलामू की धरती से निकला एक और प्रेरक उदाहरण
कुन्दन कुमार गुप्ता की उपलब्धि ने यह दिखाया है कि पलामू जैसे सीमित संसाधन वाले जिलों में भी प्रतिभा और मेहनत की कोई कमी नहीं है। यह कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो संघर्षों के बीच भी अपने सपनों को साकार करने की हिम्मत रखते हैं। यह उपलब्धि जिले की शिक्षा और युवा शक्ति की दिशा में नई उम्मीद जगाती है।
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सपनों को दिशा दो मेहनत को पहचान दो
कुन्दन की कहानी यह सिखाती है कि सफलता किसी सुविधा की मोहताज नहीं होती बल्कि दृढ़ निश्चय और निरंतर प्रयास ही सबसे बड़ी पूंजी है। हर युवा को चाहिए कि वह अपने भीतर की क्षमता को पहचाने और सही दिशा में मेहनत करे। सजग रहें सक्रिय बनें और प्रेरणा को साझा करें। अपनी राय कमेंट करें इस खबर को दोस्तों तक पहुँचाएँ ताकि हर युवा अपने सपनों की उड़ान भर सके।
 
  
  
  
  
  
  
  
  
  
 




