#कुरुचडेग #ग्रामीणमुद्दा : सांसद प्रतिनिधि ने लिया संज्ञान, पंचायत अध्यक्ष ने किया निरीक्षण
- कुरुचडेग आंगनबाड़ी भवन पूरी तरह जर्जर स्थिति में।
- ग्रामीणों ने सांसद प्रतिनिधि अजीत कुंडलना को दी जानकारी।
- निरीक्षण में पाया गया भवन बच्चों और ग्रामीणों के लिए खतरा।
- आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका एशरानी सुरीन और सहायिका कोशिला देवी कार्यरत।
- ग्रामीणों ने प्रशासन से शीघ्र मरम्मत की मांग की।
कुरुचडेग गांव का आंगनबाड़ी भवन इन दिनों जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि भवन की स्थिति इतनी खराब है कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। स्थिति को गंभीर मानते हुए ग्रामीणों ने इसकी मौखिक शिकायत सांसद प्रतिनिधि सह प्रखंड अध्यक्ष अजीत कुंडलना से की।
सांसद प्रतिनिधि ने लिया त्वरित संज्ञान
शिकायत मिलते ही अजीत कुंडलना ने तुरंत कोनसोदे पंचायत अध्यक्ष किरण कुंडलना को स्थल निरीक्षण के लिए भेजा। मौके पर जाकर पाया गया कि भवन की दीवारें और छत बेहद जर्जर हो चुकी हैं, जो बच्चों और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।
आंगनबाड़ी की स्थिति और चिंता
इस केंद्र में वर्तमान में सेविका एशरानी सुरीन और सहायिका कोशिला देवी कार्यरत हैं। भवन की स्थिति खराब होने के बावजूद बच्चों की गतिविधियाँ जारी हैं, जिससे उनके लिए हमेशा खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय पर मरम्मत नहीं हुई तो कोई अनहोनी हो सकती है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन को तुरंत भवन की मरम्मत करानी चाहिए, ताकि आंगनबाड़ी केंद्र की गतिविधियाँ सुरक्षित और सुचारु रूप से जारी रह सकें।



न्यूज़ देखो: बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि
आंगनबाड़ी भवन सिर्फ शिक्षा और पोषण का केंद्र नहीं, बल्कि ग्रामीण बच्चों के भविष्य की नींव है। ऐसे भवनों की जर्जर स्थिति प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। समय पर मरम्मत और सुरक्षा इंतजाम होना अनिवार्य है।
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बच्चों के भविष्य के लिए मिलकर उठाएं आवाज
अब वक्त है कि समाज और प्रशासन मिलकर बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। अपनी राय कॉमेंट कर बताएं और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक साझा करें ताकि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई करे।