#गुमला #श्रमनिबंधनअभियान : 11 से 25 जुलाई तक चल रहा विशेष अभियान — श्रमिकों को मिल रही योजनाओं की जानकारी, आज 58 नए श्रमिकों का हुआ निबंधन
- 11 से 25 जुलाई तक जिले में चल रहा विशेष श्रम निबंधन एवं जागरूकता अभियान
- 58 निर्माण श्रमिकों का आज हुआ पंजीकरण
- 13 प्रमुख योजनाओं से जुड़ने का मिलेगा मौका — इलाज, छात्रवृत्ति, मुआवजा, पेंशन जैसी सुविधाएं
- श्रम पदाधिकारी स्वयं पहुँच रहे श्रमिक स्थलों पर, कर रहे जागरूक
- निबंधन के लिए आधार, बैंक विवरण और नामांकित व्यक्ति की जानकारी अनिवार्य
श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा की दिशा में प्रशासन की पहल
गुमला जिले में उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर 11 जुलाई से 25 जुलाई 2025 तक एक विशेष श्रम निबंधन एवं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य निर्माण और सन्निर्माण क्षेत्र में काम कर रहे श्रमिकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना और उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
श्रम विभाग की टीम दिन-प्रतिदिन प्रखंड कार्यालयों, पंचायत भवनों, भीड़-भाड़ वाले बाजारों और निर्माण स्थलों पर जाकर श्रमिकों से संपर्क कर रही है और उन्हें निबंधन प्रक्रिया के प्रति जागरूक कर रही है। आज के अभियान में 58 श्रमिकों का निबंधन सफलतापूर्वक किया गया।
योजनाओं से जुड़ने का सुनहरा अवसर
जिला श्रम पदाधिकारी ने जानकारी दी कि जिन श्रमिकों का निबंधन किया जाता है, उन्हें झारखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की 13 योजनाओं का लाभ मिल सकता है। इन योजनाओं में शामिल हैं:
- इलाज के लिए आर्थिक सहायता
- बच्चों की पढ़ाई हेतु छात्रवृत्ति
- दुर्घटना या मृत्यु पर मुआवजा
- महिला श्रमिकों को मातृत्व लाभ
- औजार खरीदने के लिए सहयोग
- आवास निर्माण में सहायता
- वृद्धावस्था में पेंशन सुविधा
ज़रूरी दस्तावेज और निबंधन की प्रक्रिया
श्रमिकों को निबंधन के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज साथ लाने होंगे:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नॉमिनी का आधार, फोटो और खाता विवरण
निबंधन की प्रक्रिया किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), पंचायत भवन, प्रखंड कार्यालय, जिला श्रम कार्यालय या जिले में चल रहे विशेष शिविरों के माध्यम से पूरी की जा सकती है।
जिला श्रम पदाधिकारी ने कहा: “हमारा प्रयास है कि एक भी पात्र श्रमिक न छूटे। सभी लोग इस अभियान का लाभ उठाएं और समय पर निबंधन कराएं ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।”



न्यूज़ देखो: श्रमिक कल्याण के अभियान की जमीनी तस्वीर
गुमला में चल रहा यह अभियान प्रशासनिक तत्परता और जनसेवा की सकारात्मक मिसाल है। ‘न्यूज़ देखो’ ने समय-समय पर श्रमिकों की उपेक्षा और कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सुस्ती को उजागर किया है। अब जब प्रशासन खुद मैदान में उतर कर श्रमिकों से संवाद कर रहा है, यह स्पष्ट है कि स्थानीय स्तर पर प्रभावी परिवर्तन की शुरुआत हो चुकी है।
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