
#कांडी #शिक्षा_सम्मान : रोजगार सेवक से सहायक आचार्य तक का सफर बना प्रेरणा, पंचायत भवन में भावुक विदाई
- लमारी कला पंचायत के रोजगार सेवक ब्रजेश साह का सहायक आचार्य (कक्षा 1–5) पद पर चयन।
- चयन के बाद पंचायत भवन में सम्मान सह विदाई समारोह का आयोजन।
- कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया प्रतिनिधि रिंकू सिंह ने की।
- पंचायत कार्यों के नियमबद्ध व समयबद्ध निष्पादन के लिए ब्रजेश साह की सराहना।
- पंचायत प्रतिनिधियों, वार्ड सदस्यों व ग्रामीणों की बड़ी सहभागिता।
गढ़वा। कांडी प्रखंड अंतर्गत लमारी कला पंचायत में उस समय हर्ष और गर्व का माहौल देखने को मिला, जब पंचायत के रोजगार सेवक ब्रजेश साह का चयन सहायक आचार्य (कक्षा 1 से 5) के पद पर हुआ। इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में लमारी कला पंचायत भवन में सम्मान सह विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जहां पंचायत प्रतिनिधियों, कर्मियों एवं ग्रामीणों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।
पंचायत भवन में हुआ सम्मान समारोह
सम्मान सह विदाई समारोह का आयोजन मुखिया शशि कुमारी के प्रतिनिधि रिंकू सिंह की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने ब्रजेश साह को फूल-माला एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। समारोह के दौरान भावुक माहौल देखने को मिला।
पंचायत के कार्यों में निभाई अहम भूमिका
इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि रिंकू सिंह ने कहा—
“रोजगार सेवक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान ब्रजेश साह ने पंचायत के कार्यों का नियमबद्ध, पारदर्शी और समयबद्ध निष्पादन किया। उनका व्यवहार पंचायत परिवार और ग्रामीणों के साथ हमेशा मधुर रहा। उनके चयन से पंचायत को गर्व है।”
उन्होंने कहा कि ब्रजेश साह की यह सफलता पंचायत के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है और यह साबित करती है कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
पंचायत कर्मियों और ग्रामीणों ने दी शुभकामनाएं
समारोह में पंचायत सहायक सुनंद कुमार, मुरारी पासवान, ओमप्रकाश प्रजापति, वार्ड सदस्य लालमेंद्र पासवान, दिलीप प्रजापति, मुनिया देवी, बबिता देवी, निकी देवी, पुती सिंह, चंदन सिंह, पिंकू सिंह सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित रहे।
सभी ने एक स्वर में ब्रजेश साह के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उनके सफल कार्यकाल की शुभकामनाएं दीं।
रोजगार सेवक से शिक्षक बनने तक का सफर
ब्रजेश साह पूर्व में लमारी कला पंचायत में रोजगार सेवक के रूप में कार्यरत थे। पंचायत कार्यों के साथ-साथ उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का लक्ष्य रखा और परिश्रम के बल पर सहायक आचार्य पद पर चयनित हुए। उनकी यह उपलब्धि क्षेत्र के युवाओं के लिए एक सकारात्मक संदेश है।

न्यूज़ देखो: प्रेरणा का उदाहरण बने ब्रजेश साह
लमारी कला पंचायत के रोजगार सेवक से सहायक आचार्य बनने तक ब्रजेश साह का सफर यह दिखाता है कि ग्रामीण स्तर पर कार्यरत कर्मी भी कड़ी मेहनत से नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं। यह उपलब्धि शिक्षा और पंचायत दोनों के लिए गौरव की बात है।
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मेहनत और शिक्षा से बदलती है तस्वीर
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