
#लातेहार #रक्तदानमहादान — गंभीर मरीज की हालत देख बिना समय गंवाए लातेहार के युवक ने पहुंचाया जीवनदायिनी मदद
- पलामू के सेवा सदन अस्पताल में भर्ती मरीज को थी A पॉजिटिव ब्लड की जरूरत
- लातेहार के सागर गुप्ता ने तत्परता दिखाते हुए किया समय पर रक्तदान
- गंभीर हालत में रक्त मिलते ही मरीज की जान बचाई जा सकी
- सागर के साथ उनके मित्र राज गुप्ता भी मौजूद रहे
- युवाओं के लिए बना प्रेरणा का स्रोत, रक्तदान को बताया मानवता का सबसे बड़ा धर्म
- समाज में सकारात्मक संदेश, संकट की घड़ी में आगे आने की अपील
गंभीर मरीज को रक्त की दरकार, लातेहार से मिली जीवन की उम्मीद
पलामू जिले के नौडीहा निवासी संजय कुमार की हालत अचानक बिगड़ गई थी।
सेवा सदन अस्पताल में डॉक्टरों ने A पॉजिटिव ब्लड की जरूरत बताई, लेकिन समय पर डोनर नहीं मिल रहा था।
तभी यह खबर लातेहार निवासी सागर गुप्ता उर्फ लालू कुमार को मिली।
उन्होंने बिना एक पल गंवाए लातेहार ब्लड बैंक जाकर रक्तदान किया, जिससे मरीज की जान बच सकी।
“मरीज की हालत गंभीर थी। समय पर ब्लड मिल गया, जिससे स्थिरता आई।” — अस्पताल सूत्र
दोस्त बना हमसफर, संकट की घड़ी में दिखी साथ निभाने की मिसाल
इस पुण्य कार्य में सागर के मित्र राज गुप्ता भी उनके साथ ब्लड बैंक पहुंचे।
दोनों ने पूरी प्रक्रिया में सहयोग किया और मरीज के परिजनों को हिम्मत दी।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि मानवता की भावना जब जागती है, तो हर संकट छोटा पड़ जाता है।
“सागर भाई ने समय पर ब्लड देकर जो किया, वो सबके लिए प्रेरणा है।” — राज गुप्ता, सहयोगी
युवाओं को प्रेरित करने वाली मिसाल बनी यह घटना
सागर गुप्ता का यह कदम न सिर्फ एक जान बचाने वाला कार्य था, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरक उदाहरण भी बना।
उन्होंने यह दिखाया कि रक्तदान केवल एक दायित्व नहीं, मानवता का महादान है।
सागर ने अन्य युवाओं से भी अपील की कि वे ऐसे संकट में निस्वार्थ भाव से आगे आएं।
“रक्तदान जीवनदान है, और इससे बड़ा कोई धर्म नहीं।” — सागर गुप्ता, रक्तदाता
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