#लातेहार – सरकारी प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से बिक रहा गुटखा:
- लातेहार जिले में प्रतिबंध के बावजूद तंबाकू युक्त गुटखे की धड़ल्ले से बिक्री जारी
- गुटखा कारोबारियों पर प्रशासनिक शिकंजा कमजोर, नियमों की उड़ रही धज्जियां
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में खुलेआम बिक रहा प्रतिबंधित पान मसाला
- स्वास्थ्य विभाग के आदेश के बावजूद कोई सख्त कार्रवाई नहीं
- ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई की मांग की
अवैध गुटखा कारोबार पर प्रशासन बेखबर
लातेहार जिले के मानिक, बरवाडीह, गारू, महुआडांड़, बालूमाथ और सरयू सहित अन्य प्रखंडों में गुटखा और तंबाकू युक्त पान मसाले की बिक्री पर प्रतिबंध होने के बावजूद यह धंधा जोर-शोर से जारी है।
नगर व ग्रामीण इलाकों में छोटे-बड़े किराना दुकानों और पान की गुमटियों पर आसानी से गुटखा उपलब्ध है। दुकानदार गुटखे की लड़ी लगाकर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं, जिससे युवाओं और बच्चों में भी गुटखे की लत बढ़ रही है।
सरकारी आदेशों की उड़ रही धज्जियां
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने गुटखे और तंबाकू युक्त पान मसाले के निर्माण, भंडारण, खरीद-बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है, लेकिन यह प्रतिबंध सिर्फ कागजों तक सीमित नजर आ रहा है।
“गुटखे की बिक्री रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही, जिससे मुनाफाखोर बेखौफ होकर अपना धंधा चला रहे हैं।”
स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार गुटखा सेवन से कैंसर सहित गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। इसके बावजूद प्रशासन इस अवैध कारोबार को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है।
ग्रामीणों ने उठाई कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और समाजसेवियों ने जिला प्रशासन से अवैध गुटखा कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि इस जानलेवा कारोबार पर लगाम लग सके और लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके।
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लातेहार जिले में अवैध गुटखा कारोबार पर प्रशासन की चुप्पी चिंता का विषय है। क्या जिला प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाएगा? ताजा अपडेट्स के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।
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