
#Latehar #CM_Pashudhan_Yojana : बकरी, सूकर, मुर्गी और बत्तख योजनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन, पशुपालकों को मिला सीधा लाभ
- लातेहार में मुख्यमंत्री पशुधन योजना का 98.71% लक्ष्य हुआ सफलतापूर्वक पूरा
- 782 लाभुकों को बकरी यूनिट (4 बकरी + 1 बकरा) का किया गया वितरण
- ब्रायलर, बत्तख और कुक्कुट योजना में भी अधिकांश लक्ष्य हुए पूरे
- SC/ST/दिव्यांग/विधवा/50+ नि:संतान BPL कार्डधारियों को 90% सब्सिडी
- पशुपालकों को 1 वर्ष की निःशुल्क दवा और फीड की सुविधा भी मिल रही
- देवनाथ कुमार चौरसिया बोले – “हमारा फोकस योजनाओं का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचाना है”
वित्तीय वर्ष में पशुपालन विभाग की योजनागत उड़ान
लातेहार जिला पशुपालन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य सरकार के निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप जो कार्य किया है, वह किसी उत्कृष्ट प्रदर्शन से कम नहीं।
मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत बकरी, सूकर, बत्तख, अंडा देने वाली मुर्गी और ब्रायलर योजनाओं में लगभग सभी लक्ष्यों को पूरा किया गया, जिससे जिले के सैकड़ों पशुपालकों को सीधा लाभ मिला है।
बकरी विकास योजना : लक्ष्य के बेहद करीब
बकरी वितरण योजना के अंतर्गत जिले को 788 यूनिट वितरण का लक्ष्य मिला था, जिसमें से 782 यूनिट सफलतापूर्वक वितरित किए गए।
प्रत्येक लाभुक को एक यूनिट में चार बकरी और एक बकरा दिया गया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा मिला है।
अन्य योजनाओं में भी सराहनीय कार्य
- बत्तख चूजा वितरण योजना में 420 में से 410 लाभुकों को यूनिट मिला
- बैकयार्ड कुक्कुट योजना (अंडा देने वाली मुर्गी) में 51 में से 50 लाभुकों को DBT से लाभ पहुंचा
- ब्रायलर कुक्कुट योजना में 146 में से 145 लाभार्थी लाभान्वित हुए
- सूकर विकास योजना में 148 में से 146 पशुपालकों को चार सूकरी और एक सूकर दिया गया
सब्सिडी और इन्श्योरेंस का लाभ
पशुपालन विभाग की योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को दी जाती है सब्सिडी:
- 90% सब्सिडी : SC/ST, दिव्यांग, विधवा, नि:संतान (50 वर्ष से ऊपर), BPL कार्डधारियों के लिए
- 75% सब्सिडी : अन्य सामान्य पशुपालकों के लिए
साथ ही, सभी वितरित पशुधन का एक वर्ष का निःशुल्क इन्श्योरेंस भी किया जाता है, जिससे किसी अप्रिय घटना की स्थिति में मुआवजा मिल सके। इसके लिए पशु की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अनिवार्य है।
समन्वय और नीति ने दिलाई सफलता : जिला पशुपालन पदाधिकारी
“इस बार का प्रदर्शन हमारी टीम की एकता, समर्पण और नीति आधारित कार्यप्रणाली का परिणाम है। हमारा उद्देश्य है कि पशुपालकों तक अधिकतम लाभ पहुंचे।”
— देवनाथ कुमार चौरसिया, जिला पशुपालन पदाधिकारी, लातेहार
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी पशुपालकों को योजना का लाभ लेते समय पशु की जांच-पड़ताल अवश्य करानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो।
साथ ही उन्होंने बताया कि जिन लाभुकों को पशुधन दिया जाता है, उन्हें 1 वर्ष तक दवा और चारा मुफ्त दिया जाता है।
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