
#लातेहार #शिक्षा_विकास : विद्या भारती के विद्यालय में नई पहल — समाजसेवी रितु रानी पांडे और सुधांशु दुबे ने बच्चों को सौंपी साइकिलें
- सरस्वती विद्या मंदिर शिशु वाटिका में बच्चों के लिए साइकिल सुविधा की शुरुआत
- समाजसेवी रितु रानी पांडे और सुधांशु दुबे ने विद्यालय को साइकिल प्रदान की
- साइकिल के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास और संतुलन जैसे गुणों का विकास होगा
- गीता कुमारी और शिल्पा कुमारी को विधिवत पूजा के बाद सौंपी गई साइकिलें
- विद्यालय परिसर में बच्चों ने पहली बार साइकिल चलाकर जताई खुशी और उत्साह
विद्यालय में बच्चों के लिए शुरू हुई नवाचारी पहल
लातेहार जिला मुख्यालय स्थित सरस्वती विद्या मंदिर शिशु वाटिका में शुक्रवार को बच्चों के लिए साइकिल सुविधा का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस सराहनीय पहल के पीछे उद्देश्य था कि छोटे बच्चों को खेल-खेल में संतुलन, आत्मविश्वास और गति नियंत्रण जैसे आवश्यक गुणों का अभ्यास कराया जा सके।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जानी-मानी अधिवक्ता एवं समाजसेवी रितु रानी पांडे और सुधांशु दुबे ने भाग लिया। दोनों ने विद्यालय को नई साइकिलें प्रदान कीं, जिसे छोटे बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को और अधिक व्यावहारिक और आनंददायक बनाने के लिए उपयोग किया जाएगा।
अतिथियों ने साझा किए अपने विचार
रितु रानी पांडे ने कहा: “विद्या भारती द्वारा संचालित गतिविधियां बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभा रही हैं। अब साइकिल सुविधा से बच्चों में आत्मविश्वास, संतुलन और गति नियंत्रण जैसे गुणों का विकास होगा, जिससे वे और स्मार्ट बनेंगे।”
सुधांशु दुबे ने इसे बताया: “बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक कदम”
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से हुई। इसके बाद साइकिल की विधिवत पूजा की गई, और शिशु वाटिका प्रमुख गीता कुमारी एवं सह प्रमुख शिल्पा कुमारी को साइकिलें सौंपी गईं। जैसे ही बच्चों ने पहली बार साइकिल चलाना शुरू किया, विद्यालय परिसर में उत्साह और उल्लास का वातावरण बन गया।
शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी निभाई भूमिका
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी बच्चों को साइकिल चलाने में सहयोग किया। बच्चों की खुशियों और नई सीख की अनुभूति ने सभी को प्रभावित किया। कार्यक्रम में समाजसेवी एवं समिति सदस्य दिनेश महलका, युवा अधिवक्ता प्रशांत रंजन पांडे तथा प्रधानाचार्य श्री उत्तम कुमार मुखर्जी भी उपस्थित रहे।
यह पहल न केवल शारीरिक विकास, बल्कि मनोवैज्ञानिक और सामाजिक विकास की दिशा में भी एक अहम कदम मानी जा रही है। साइकिल चलाने के अभ्यास से बच्चों में स्वावलंबन और अनुशासन की भावना भी विकसित होती है।
न्यूज़ देखो: शिक्षा के साथ समग्र विकास की दिशा में सार्थक पहल
सरस्वती विद्या मंदिर शिशु वाटिका में साइकिल सुविधा की शुरुआत ने यह साबित किया है कि शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसमें आजीवन उपयोगी कौशलों का समावेश आवश्यक है। ‘न्यूज़ देखो’ इस नवाचारी प्रयास का स्वागत करता है और उम्मीद करता है कि झारखंड के अन्य स्कूल भी ऐसी प्रेरणादायक पहलों को अपनाएंगे।
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