
हाइलाइट्स :
- महुआडांड़ प्रखंड में सुबह 8 बजे से ओलावृष्टि और तेज आंधी-तूफान
- 60 प्रतिशत आम के मंजर और महुआ फलों को नुकसान
- 30 एकड़ में गेहूं की फसल हुई बर्बाद
- बिजली पोल और ट्रांसफार्मर गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित
- ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की
लातेहार : शुक्रवार की सुबह महुआडांड़ प्रखंड में तेज ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लगभग 60 प्रतिशत आम के मंजर और महुआ के फलों को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में लगी गेहूं, प्याज, लहसुन और टमाटर की फसलें भी पूरी तरह बर्बाद हो गईं।
किसानों को भारी क्षति
महुआडांड़ में गेहूं की खेती करने वाले किसान सुनील नगेसिया, अरशद अली, दहदीरवा नगेसिया, मंसू नगेसिया और मनीष सिंह ने बताया कि ओलावृष्टि से करीब 30 एकड़ फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। किसानों ने प्रशासन से जल्द मुआवजे की मांग की है।
“ओलावृष्टि ने हमारी पूरी मेहनत को बर्बाद कर दिया। सरकार से जल्द सहायता की उम्मीद है।” — किसान सुनील नगेसिया
यातायात और बिजली आपूर्ति भी प्रभावित
तेज आंधी के कारण बेलटोली गांव जाने वाली सड़क पर विशाल पेड़ गिर गया, जिससे आवागमन बाधित हो गया। ग्रामीणों ने मिलकर पेड़ को काटकर रास्ता साफ किया।
इसी तरह डाल्टनगंज रोड स्थित नए पेट्रोल पंप के पास अरविंद कुमार की गुमटी तेज आंधी से उखड़कर 10 फीट दूर पलट गई, जिससे उन्हें करीब 15 हजार रुपये का नुकसान हुआ। अरविंद कुमार ने बताया कि उन्होंने महिला समूह से लोन लेकर दुकान शुरू की थी।
“अभी दुकान खोली ही थी कि तूफान ने सब बर्बाद कर दिया। नुकसान की भरपाई कैसे होगी, ये सोचकर परेशान हूं।” — अरविंद कुमार
बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप
रामपुर स्थित आदर्श नगर के जलमीनार में लगी सोलर प्लेट उड़ गई, जबकि महुआडांड़ सब स्टेशन के पास ट्रांसफार्मर और पोल गिर जाने से बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित है। गुमला जिला के जरागी और महुआडांड़ रूट में ब्रेकडाउन होने से बिजली बहाली में काफी मुश्किल हो रही है। रुक-रुक कर हो रही बारिश से मरम्मत कार्य में भी दिक्कत आ रही है।
‘न्यूज़ देखो’
क्या प्रशासन पीड़ित किसानों और प्रभावित लोगों तक जल्द राहत पहुंचाएगा? कब तक बिजली आपूर्ति बहाल होगी? इन सभी सवालों पर बनी रहेगी नजर — सिर्फ ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।
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