
#Latehar #CRPF_मानवीय_सेवा – जिम्मेदारी सिर्फ सुरक्षा की नहीं, समाज के प्रति संवेदनशीलता का भी परिचय दे रही है सीआरपीएफ
- लातेहार में 3 वर्षीय चांदनी को तत्काल खून की जरूरत थी
- चांदनी थेलेसीमिया नामक गंभीर बीमारी से जूझ रही है
- सीआरपीएफ कमांडेंट को जैसे ही सूचना मिली, तुरंत भेजी टीम
- ASI शैलेन्द्र सिंह, सिपाही ओमप्रकाश पांडेय और प्रयाग कुमार ने किया रक्तदान
- परिजनों ने कहा – ‘ऐसे जवानों पर पूरे क्षेत्र को गर्व है’
लातेहार में मानवता की मिसाल बनी सीआरपीएफ
लातेहार जिला में सीआरपीएफ 11वीं बटालियन ने न सिर्फ सुरक्षा का फर्ज निभाया, बल्कि एक मासूम बच्ची की जान बचाकर मानवीय सेवा का भी उदाहरण पेश किया। मनिका थाना क्षेत्र के रहने वाले मनोज पासवान की तीन वर्षीय बेटी चांदनी, जो थेलेसीमिया से पीड़ित है, को गुरुवार को अचानक खून की जरूरत पड़ी।
कमांडेंट ने तुरंत दिखाई संवेदनशीलता
कमांडेंट याद राम बुनकर को जैसे ही इस संकट की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत सहायक उपनिरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह, सिपाही ओमप्रकाश पांडेय और प्रयाग कुमार को लातेहार सदर अस्पताल भेजा। जवानों ने बिना देरी किए रक्तदान किया, जिससे चांदनी को समय पर खून मिल सका।
बच्ची के परिजनों ने जताया आभार
चांदनी के पिता मनोज पासवान ने भावुक होते हुए कहा—
“सीआरपीएफ जवानों ने हमारी बेटी को एक नया जीवन दिया। ऐसे कर्मठ जवानों पर सिर्फ हमें ही नहीं, पूरे Latehar को गर्व है।”
सिर्फ सुरक्षा नहीं, सेवा भी है सीआरपीएफ का संकल्प
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सीआरपीएफ न केवल आंतरिक सुरक्षा का स्तंभ है, बल्कि समाज के लिए संवेदनशील, जागरूक और मददगार भी है। इन जवानों की तत्परता और सेवा भावना से क्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश गया है।
न्यूज़ देखो : जहां सुरक्षा हो सेवा भाव से जुड़ी
न्यूज़ देखो ऐसे प्रेरणादायक क्षणों को आपके सामने लाता है, जो न केवल खबर होते हैं, बल्कि समाज की उम्मीद भी होते हैं। सीआरपीएफ के इन जवानों की यह पहल हर नागरिक को मानवता के प्रति अपना कर्तव्य निभाने की प्रेरणा देती है।