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ऑल इंडिया सब-जूनियर बैडमिंटन टूर्नामेंट में लातेहार के खिलाड़ियों का जलवा

#लातेहार #बैडमिंटन_टूर्नामेंट_2025 : गोवा में हुए राष्ट्रीय सब-जूनियर बैडमिंटन रैंकिंग टूर्नामेंट में लातेहार के राम रतन और मो. मुजाहिद राजा ने दिखाया दम — सिंगल्स और डबल्स दोनों में बेहतरीन प्रदर्शन कर जिले का बढ़ाया मान

अंडर-17 में राम रतन का शानदार प्रदर्शन

लातेहार जिले के राम रतन ने अंडर-17 सिंगल्स कैटेगरी में खेलते हुए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। पहले राउंड में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी को 2-1 से पराजित किया, फिर दूसरे राउंड में पंजाब को भी 2-1 से हराया। तीसरे राउंड में तमिलनाडु के खिलाफ सीधे सेटों में 2-0 से शानदार जीत हासिल की। हालांकि चौथे राउंड में मणिपुर के खिलाड़ी से हार का सामना करना पड़ा।

मुजाहिद राजा ने अंडर-15 में जीता पहला मुकाबला

अंडर-15 सिंगल्स वर्ग में मोहम्मद मुजाहिद राजा ने भी शानदार शुरुआत की। पहले राउंड में तेलंगाना के खिलाड़ी को सीधे सेटों में 2-0 से शिकस्त दी। लेकिन दूसरे राउंड में उत्तराखंड से कड़ा मुकाबला हार गए। इसके बावजूद उनके खेल में आत्मविश्वास और तकनीकी संतुलन की सराहना की गई।

डबल्स में तालमेल ने बढ़ाया उत्साह

डबल्स मुकाबले में राम रतन और मुजाहिद की जोड़ी ने बेहतरीन तालमेल दिखाया। पहले राउंड में मेजबान गोवा को 2-0 से हराया और दूसरे राउंड में पुडुचेरी को भी सीधे सेटों में 2-0 से मात दी। तीसरे राउंड में तमिलनाडु के खिलाफ खेलते हुए उन्हें कड़ी चुनौती मिली और हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा।

डीवीसी का योगदान और लातेहार की उपलब्धि

इन दोनों खिलाड़ियों को दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी), ट्यूबेड कोल माइंस द्वारा स्पॉन्सर किया गया, जिससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में भाग लेने का अवसर मिलालातेहार जैसे छोटे जिले के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है

कोचिंग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया: “इन खिलाड़ियों ने सीमित संसाधनों के बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। डीवीसी के सहयोग से अब इन्हें और बेहतर अवसर मिल सकते हैं।”

न्यूज़ देखो: खेल प्रतिभा को नई उड़ान देती उम्मीदें

न्यूज़ देखो मानता है कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती। राम रतन और मुजाहिद राजा जैसे खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया कि अगर संसाधन और मार्गदर्शन मिले, तो ये खिलाड़ी भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंच सकते हैंडीवीसी जैसे संस्थानों की भागीदारी, प्रशासनिक सहयोग और खिलाड़ियों की मेहनत ही ऐसे सफलताओं की बुनियाद हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

खेल सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, सपनों को हकीकत में बदलने का माध्यम भी है। ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं को पहचान देना समाज और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है।
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