
#लातेहार #अपराधविरोधीअभियान : पुलिस की त्वरित कार्रवाई में हथियारबंद अपराधियों की साजिश नाकाम – गुप्त सूचना पर गठित टीम ने दिखाई दक्षता
- पुलिस अधीक्षक लातेहार को मिली गुप्त सूचना पर चंदवा थाना क्षेत्र में छापामारी।
- राहुल सिंह गिरोह के पाँच सक्रिय गुर्गे हथियार के साथ गिरफ्तार।
- दो देशी पिस्टल, पाँच जिंदा गोली और पाँच मोबाइल फोन बरामद किए गए।
- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार के नेतृत्व में छापामारी दल की सफलता।
- अपराधियों का मकसद कोयला लोडिंग कार्य में लगे कर्मियों से रंगदारी वसूलना था।
लातेहार जिले की पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी सफलता हासिल की जब चंदवा थाना क्षेत्र के परसही डगडगी पुल के पास रंगदारी वसूलने पहुंचे राहुल सिंह गिरोह के पाँच गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को पहले से सूचना थी कि यह गिरोह कोयला लोडिंग कार्य में लगे मजदूरों को धमकाकर रंगदारी लेने की योजना बना रहा है। छापामारी में न सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया बल्कि उनसे हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान भी जब्त किए गए।
गुप्त सूचना ने बचाई बड़ी वारदात
दिनांक 21 अक्टूबर 2025 को पुलिस अधीक्षक लातेहार को सूचना मिली कि राहुल सिंह गिरोह के गुर्गे टोरी स्टेशन के समीप रंजीत गुप्ता के चल रहे कोयला लोडिंग कार्य पर हमला कर रंगदारी वसूली करने की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी टीम गठित की गई। टीम ने बिना देरी किए परसही डगडगी पुल की घेराबंदी की और मौके पर पहुँचते ही अपराधियों को दबोच लिया।
हथियार और मोबाइल के साथ पाँच आरोपी गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में विश्वनाथ उराँव (33 वर्ष), संदीप यादव (24 वर्ष), फुलचन्द खलखो (24 वर्ष), तुलसी मुण्डा (19 वर्ष) और तनवीर अंसारी (22 वर्ष) शामिल हैं। ये सभी राँची और गुमला जिले के निवासी हैं और राहुल सिंह गिरोह के सक्रिय सदस्य बताए जाते हैं।
छापामारी के दौरान पुलिस ने दो देशी पिस्टल, पाँच जिंदा गोली और पाँच मोबाइल फोन बरामद किए। इन मोबाइलों की जांच में गिरोह के आपराधिक नेटवर्क से जुड़े कई अहम सुराग मिलने की संभावना है।

रंगदारी वसूली की थी पूरी योजना
पुलिस के मुताबिक गिरोह के सदस्य टोरी स्टेशन के पास चल रहे कोयला लोडिंग कार्य में काम करने वाले मजदूरों से रंगदारी मांगने वाले थे। यह कार्रवाई अगर समय पर नहीं होती तो इलाके में बड़ी वारदात हो सकती थी।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार ने कहा: “हमारी टीम ने सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की। अपराधियों की योजना थी कि वे हथियार के बल पर डर फैलाकर कोयला लोडिंग कार्य को रोक दें और रंगदारी वसूले। लेकिन हमने उनकी साजिश नाकाम कर दी।”
पुलिस टीम की सूझबूझ से हुई सफलता
इस छापामारी दल में पुलिस निरीक्षक रणधीर कुमार, पु.अ.नि. श्रवण कुमार, अजीत कुमार, स.अ.नि. भीम कुमार, राहुल कुमार दूबे (साइबर सेल लातेहार), बिन्देश्वर राम, बाबू ओम शिव कुमार, पिन्टु कुमार, त्रिलोकी सिंह, और बसंत कुमार जैसे कर्मी शामिल थे। सभी ने संयुक्त रूप से छापामारी को सफल बनाया।
अभियान की सफलता के बाद पुलिस अधीक्षक लातेहार ने टीम की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की संगठित अपराध गतिविधियों पर जिले में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
लातेहार में अपराधियों पर बढ़ेगा शिकंजा
इस अभियान से लातेहार पुलिस ने स्पष्ट संदेश दिया है कि संगठित अपराध और रंगदारी की घटनाओं को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लगातार हो रही कार्रवाइयों से गिरोहबंद अपराधियों में दहशत फैल गई है। पुलिस अब गिरोह के मुख्य सरगना राहुल सिंह की तलाश में छापेमारी तेज कर रही है।
न्यूज़ देखो: लातेहार पुलिस की सक्रियता बनी अपराधियों के लिए चुनौती
लातेहार पुलिस की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि जिले में अब संगठित अपराध के लिए कोई जगह नहीं बची है। गुप्त सूचना पर त्वरित प्रतिक्रिया, कुशल नेतृत्व और टीमवर्क के कारण बड़ी वारदात टल गई। यह सफलता पुलिस की तत्परता और जनता की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
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अपराध के खिलाफ सख्ती जरूरी, सजग नागरिक ही असली ताकत
लातेहार की यह सफलता हमें याद दिलाती है कि अपराध के खिलाफ समाज और पुलिस दोनों की साझी जिम्मेदारी है। जब नागरिक जागरूक रहते हैं और सूचनाएं साझा करते हैं, तब ही अपराध पर लगाम लगाई जा सकती है।
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