लातेहार जिले के मनिका और हेरहंज थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में सोमवार देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ सिकित-बंदुआ जंगल के पास हुई, जहां नक्सली डेरा जमाए हुए थे। अंधेरे का फायदा उठाकर नक्सली भागने में सफल रहे, लेकिन पुलिस ने घटनास्थल से कुछ हथियार बरामद किए हैं।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
लातेहार के एसपी कुमार गौरव ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी के नक्सली किसी बड़ी हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसी के आधार पर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। जब पुलिस जंगल में पहुंची, तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की।
गांव में भी फैला असर
मुठभेड़ के दौरान गांव के सुरेंद्र यादव की एक गाय को भी गोली लगने से चोट आई। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
सर्च ऑपरेशन जारी
घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। एसडीपीओ विनोद रवानी ने बताया कि नक्सलियों के छिपने के संभावित ठिकानों पर पुलिस लगातार जांच कर रही है।
जेजेएमपी के नक्सली थे शामिल
सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ में शामिल नक्सली जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के सदस्य थे। वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस की तत्परता से उनका मंसूबा विफल हो गया।
अभियान में पुलिस की सफलता
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके से नक्सलियों के कुछ हथियार बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि इस मुठभेड़ से नक्सलियों की गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ा है।
पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को और प्रभावी बनाया जा सके।