पुलिस अधीक्षक लातेहार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए माओवादी छोटू खरवार की हत्या में शामिल दस्ते के एक सदस्य और तीन अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई छिपादोहर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव में की गई।
गिरफ्तारी और बरामदगी
गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में उपयोग किए गए AK-47 का मैगजीन, 47 जिंदा कारतूस, और घटना स्थल से AK-47 के पांच खोखे बरामद किए गए। इसके अलावा हत्या से जुड़े अन्य साक्ष्य और मृतक के व्यक्तिगत सामान भी जब्त किए गए।
घटना का विवरण
25 नवंबर 2024 की रात को छोटू खरवार की हत्या माओवादी दस्ते के भीतर वर्चस्व और लेवी के पैसे के बंटवारे को लेकर हुई आपसी कहासुनी के कारण की गई। हत्या के बाद शव को गड्ढे में छुपा दिया गया और दो दिन बाद जंगल में फेंक दिया गया ताकि जनता उसे देख सके।
गिरफ्तार अभियुक्त
- पूरन परहिया: दस्ते का सक्रिय सदस्य, जिसने हत्या के समय प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया।
- विनेश्वर भुइया: शव को छुपाने में सहयोग किया।
- लुरुपमिया भुइया: घटना के बाद शव को ठिकाने लगाने में मदद की।
- अन्य सहयोगी भी शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
अपराधिक साक्ष्य
- हत्या के लिए उपयोग किए गए AK-47 का मैगजीन और गोलियां।
- घटना स्थल से बरामद रक्त और अन्य नमूने।
- मृतक का सामान।
अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई
अभियुक्तों के खिलाफ धारा 302, 27 आर्म्स एक्ट, और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, इस घटना में शामिल अन्य माओवादी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी अभियान जारी है।
पुलिस की अपील
लातेहार पुलिस ने माओवादी संगठन से जुड़े बाकी सदस्यों से आत्मसमर्पण करने की अपील की है। पुलिस ने बताया कि माओवादी संगठनों की शक्ति खत्म हो रही है और सरकारी पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वालों को लाभ मिलेगा।
इस कार्रवाई का नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सशस्त्र बलों की टीम ने किया। पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षा अभियान जारी रहेगा।
लातेहार पुलिस की इस कार्रवाई से माओवादी गतिविधियों पर बड़ा प्रहार हुआ है और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ हुई है।