- भाकपा माओवादी के सक्रिय सदस्य चंद्रदेव सिंह की गिरफ्तारी।
- 2 फोल्डिंग बट AK-47 राइफल और अन्य हथियार बरामद।
- नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस की बड़ी कामयाबी।
- चंद्रदेव सिंह पर छह गंभीर आपराधिक मामले दर्ज।
- सरेंडर पॉलिसी के तहत नक्सलियों को मुख्यधारा में जुड़ने का मौका।
लातेहार: लातेहार पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर भाकपा माओवादी के सक्रिय उग्रवादी चंद्रदेव सिंह को मनिका थाना क्षेत्र के करमाही गांव से गिरफ्तार किया गया। चंद्रदेव सिंह कई गंभीर मामलों में वांछित था और भाकपा माओवादी रिजनल कमांडर छोटू खरवार की हत्या का आरोपी है।
गिरफ्तारी और पूछताछ
गिरफ्तार व्यक्ति चंद्रदेव सिंह, पिता लखन सिंह, ग्राम कोई, थाना मनिका, ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह और उसके साथी क्षेत्र में लेवी वसूलने और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। उसने छोटू खरवार की हत्या में अपनी संलिप्तता भी मानी।
बरामदगी
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने चंद्रदेव सिंह के पास से निम्नलिखित सामान बरामद किया:
- 2 फोल्डिंग बट AK-47 राइफल
- 4 मैगजीन
- 91 चक्र जिंदा कारतूस (7.62 mm)
- अन्य नक्सली सामान
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने मनिका और छिपादोहर के बॉर्डर क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी मिलने पर छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान अन्य नक्सली फरार हो गए, लेकिन चंद्रदेव सिंह को पकड़ने में सफलता मिली।
मामले की जांच
पुलिस बरामद हथियारों का डेटाबेस से मिलान कर रही है कि कहीं ये हथियार पुलिस से लूटे गए तो नहीं हैं। चंद्रदेव सिंह पर कुल 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या और लेवी वसूली के गंभीर आरोप शामिल हैं।
पुलिस का बयान
लातेहार पुलिस के अनुसार, भाकपा माओवादी संगठन की संख्या अब 10 से भी कम रह गई है। पुलिस ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
“झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का अवसर दिया जा रहा है,”
पुलिस ने कहा।
नक्सल विरोधी अभियान की प्रगति
हाल के दिनों में पुलिस ने कई नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए प्रेरित किया है। नक्सलियों की घटती संख्या और पुलिस के लगातार प्रयासों से इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल हो रही है।
न्यूज़ देखो का संदेश
लातेहार पुलिस की इस सफलता से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी। झारखंड पुलिस का नक्सल विरोधी अभियान न केवल अपराधियों को गिरफ्तार कर रहा है, बल्कि उन्हें मुख्यधारा में लौटने का अवसर भी दे रहा है। ताजा खबरों और अपडेट्स के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।