#लातेहार #सरकारी_कॉलेज : 25 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद लातेहार को मिलेगा अपना पहला सरकारी डिग्री कॉलेज — छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए अब बाहर नहीं जाना होगा
- लातेहार में दो डिग्री कॉलेजों का निर्माण पूर्ण, जल्द शुरू होगी पठन-पाठन की प्रक्रिया
- नीलांबर-पीतांबर यूनिवर्सिटी के कुलपति ने किया महिला एवं मॉडल कॉलेज का निरीक्षण
- 25 वर्षों से जिले में नहीं था कोई सरकारी डिग्री कॉलेज, छात्रों को थी भारी परेशानी
- गरीब व ग्रामीण विद्यार्थियों को अब घर के पास ही मिल सकेगी उच्च शिक्षा
- कॉलेज परिसर के विकास और स्टाफ सुविधा को लेकर भी दिए गए निर्देश
निरीक्षण के बाद मिली राहत की उम्मीद
लातेहार जिला मुख्यालय में स्थित महिला डिग्री कॉलेज और मॉडल डिग्री कॉलेज में लंबे समय से भवन निर्माण तो पूरा हो गया था, लेकिन पढ़ाई शुरू नहीं होने से विद्यार्थियों और अभिभावकों में निराशा थी। अब, नीलांबर-पीतांबर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह के निरीक्षण के बाद उम्मीद जगी है कि जल्द ही दोनों संस्थानों में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो जाएगी।
कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने कहा: “कॉलेजों में जल्द पठन-पाठन आरंभ होगा। विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।”
निरीक्षण के दौरान कुलपति के साथ भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को कई निर्देश दिए गए, ताकि कॉलेज कैंपस के विकास कार्य जल्द पूरे हों।
25 साल की शैक्षणिक कमी होगी दूर
लातेहार जिले के गठन को 25 वर्ष से अधिक हो चुके हैं, लेकिन यहां एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं खुल सका था। इस कारण साइंस और कॉमर्स जैसे विषयों की पढ़ाई के लिए छात्रों को अन्य जिलों या रांची जैसे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। अब इन दो कॉलेजों के चालू होने से छात्रों को अपने ही जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।
डीडीसी सैय्यद रियाज अहमद भी निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहे और उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को मिलेगा लाभ
नए कॉलेजों के आरंभ होने से गरीब और ग्रामीण छात्रों को उच्च शिक्षा का मौका मिलेगा। जहां संपन्न परिवारों के बच्चे बाहर जाकर पढ़ सकते थे, वहीं आर्थिक रूप से कमजोर छात्र या तो पढ़ाई बीच में छोड़ देते थे या संकाय बदलने को मजबूर हो जाते थे। अब घर के पास कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध होगी।
डॉ. सिंह ने कहा: “कॉलेज स्टाफ की सुविधा भी विकसित की जाएगी जिससे शिक्षकों को बेहतर वातावरण मिले और छात्र संख्या में वृद्धि हो।”
स्थानीय छात्रों में दिखा उत्साह
कॉलेज परिसर का निरीक्षण होते ही स्थानीय छात्रों और उनके अभिभावकों में उम्मीद की लहर दौड़ गई। सामाजिक संगठनों ने भी इस पहल का स्वागत किया और कहा कि सरकार को अब तेज़ी से शैक्षणिक गतिविधियों की शुरुआत करनी चाहिए ताकि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे।
न्यूज़ देखो: शिक्षा की दिशा में ऐतिहासिक पहल
लातेहार में सरकारी डिग्री कॉलेज की शुरुआत सिर्फ एक भवन का उद्घाटन नहीं, बल्कि हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने की नींव है। यह निर्णय वंचित वर्गों को उच्च शिक्षा से जोड़ने का माध्यम बनेगा।
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शिक्षा है अधिकार, न कि विकल्प
लातेहार में दो नए कॉलेजों का खुलना स्थानीय युवाओं को अपने सपने साकार करने का अवसर देगा। आइए, इस सकारात्मक बदलाव को साझा करें और शिक्षा को सभी तक पहुंचाने के इस प्रयास में भागीदार बनें।