
#सिमडेगा #बिजलीसमस्या : दो महीने से अंधेरे में डूबे ग्रामीणों को आखिरकार मिला नया ट्रांसफार्मर
- बरपानी छतियन टोली में खराब पड़े 25 केबी ट्रांसफार्मर से ग्रामीण दो माह से अंधेरे में।
- ग्रामीणों ने समस्या बताई तो समाजसेवी दीपक लकड़ा ने अधिकारियों से तुरंत की बात।
- विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए तत्काल उपलब्ध कराया नया ट्रांसफार्मर।
- उद्घाटन मुनुरीन मिंज, उषा रानी समद, सुशील मिंज, सुनीता बरला समेत ग्रामीण प्रतिनिधियों ने किया।
- कार्यक्रम में प्रमुख विपिन पंकज मिंज, विधायक प्रतिनिधि मोहम्मद करु और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित।
सिमडेगा जिले के ठेठाईटांगर प्रखंड अंतर्गत दुमकी पंचायत के बरपानी छतियन टोली में लंबे समय से बिजली की समस्या ग्रामीणों को परेशान कर रही थी। गांव में लगा 25 केबी का ट्रांसफार्मर करीब दो महीने से खराब पड़ा था, जिससे पूरा इलाका अंधेरे में डूबा हुआ था। लोग मजबूरन बिना बिजली के जीवन बिता रहे थे और बार-बार अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी समाधान नहीं निकल पा रहा था।
दीपक लकड़ा के प्रयास से हुई पहल
इसी बीच ग्रामीणों ने अपनी समस्या समाजसेवी दीपक लकड़ा को फोन पर बताई। उन्होंने तुरंत गंभीरता दिखाते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधा। उनकी पहल पर विभाग ने तत्परता दिखाई और गांव के लिए नया ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया। दीपक लकड़ा के इस प्रयास की ग्रामीणों ने खुले दिल से सराहना की और आभार व्यक्त किया।
विधिवत उद्घाटन और ग्रामीणों की खुशी
नए ट्रांसफार्मर का उद्घाटन गांव के पूर्व वार्ड सदस्य एवं जल सहिया मुनुरीन मिंज, उषा रानी समद, सुशील मिंज हल्याणी कांडुलना, सुनीता बरला और बुजुर्गों की मौजूदगी में विधिवत किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों के चेहरों पर लंबे समय बाद फिर से उजाला लौटने की खुशी साफ झलक रही थी।
कार्यक्रम में रही खास उपस्थिति
उद्घाटन अवसर पर ठेठाईटांगर प्रखंड के प्रमुख विपिन पंकज मिंज, विधायक प्रतिनिधि मोहम्मद करु और गांव के अन्य ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने दीपक लकड़ा के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि समाजसेवी भावना से किया गया यह कदम पूरे गांव के लिए एक बड़ी राहत है।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण समस्याओं पर तत्पर पहल ही असली विकास
यह घटना साफ दिखाती है कि जब समाज और प्रशासन मिलकर काम करते हैं, तो समस्याओं का समाधान तुरंत निकल सकता है। दीपक लकड़ा जैसे समाजसेवियों की सक्रियता से आम लोगों की दिक्कतें कम होती हैं और विश्वास कायम होता है। प्रशासन को भी ऐसी तत्परता बरकरार रखनी चाहिए ताकि कोई भी गांव लंबे समय तक अंधेरे में न रहे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
उजाले की ओर बढ़ते कदम
बरपानी छतियन टोली की तरह हर गांव को बिजली और बुनियादी सुविधाएं समय पर मिलनी चाहिए। यह सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता का हिस्सा है। अब जिम्मेदारी हमारी भी है कि हम ऐसे कार्यों को समर्थन दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं।