
#धनबाद #माइनहादसा : खाई में वैन गिरने से मौतें, नेताओं ने बीसीसीएल पर लापरवाही का आरोप लगाया
- मां अम्बे आउटसोर्सिंग में सर्विस वैन 400 फीट खाई में गिरी।
- खाई में लबालब पानी, वैन पूरी तरह डूब गई।
- हादसे में तीन मजदूरों की मौत, दो को सुरक्षित निकाला गया।
- मौके पर पहुंचे सांसद ढुल्लू महतो और रणविजय सिंह।
- चंद्र प्रकाश चौधरी ने अवैध खनन पर बीसीसीएल को घेरा।
धनबाद। बीसीसीएल एरिया 04 के अंतर्गत संचालित मां अम्बे आउटसोर्सिंग कम्पनी में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने मजदूर सुरक्षा और प्रबंधन की जिम्मेदारी पर गहरे सवाल खड़े कर दिए। जानकारी के अनुसार, अचानक जमीन खिसकने से कम्पनी की सर्विस वैन नियंत्रण खो बैठी और लगभग 400 फीट गहरी खाई में जा गिरी। खाई पानी से पूरी तरह भरी थी, जिसमें वैन डूब गई।
वैन में सवार पांच से सात मजदूरों में से तीन की मौत की पुष्टि हो चुकी है। गोताखोरों की टीम ने एक शव को बाहर निकाला, वहीं दो मजदूर माइन की बेंच में फंसे मिले, जिन्हें बीसीसीएल की रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित निकाल लिया। मुनीडीह से आई विशेष गोताखोर टीम ने खाई से वैन को बाहर निकालने में सफलता पाई। घटनास्थल पर बीसीसीएल के अधिकारी, डीजीएमएस टीम, कतरास और अंगारपथरा ओपी प्रभारी सहित भारी संख्या में सीआईएसएफ जवान मौजूद रहे।
सांसद ढुल्लू महतो का आरोप
घटना की जानकारी मिलते ही धनबाद सांसद ढुल्लू महतो घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल माइंस एक्ट के अनुसार काम नहीं करती, जिसके कारण मजदूरों की जान जा रही है।
ढुल्लू महतो: “यह लापरवाही अस्वीकार्य है। मजदूरों की सुरक्षा से खिलवाड़ अब और नहीं सहा जाएगा।”
मृतक मजदूर और परिवार का दर्द
मृतकों में राहुल रवानी (बलियापुर) और सौरभ गोप (चालियामा, बंगाल) शामिल हैं। राहुल के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और रोते-बिलखते बताया कि राहुल कम्पनी में मैकेनिकल का काम करता था और हादसे की जानकारी उसके साथी ने दी।
रणविजय सिंह का दौरा
कांग्रेसी नेता एवं बिहार जनता खान मजदूर संघ के महामंत्री रणविजय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बचाव कार्य का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। मौके पर छोटू सिंह, उदय सिंह, सरोज सिंह, कंचन पासवान और मंटू खान सहित कई लोग मौजूद रहे।
चंद्र प्रकाश चौधरी का कड़ा बयान
गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने बाघमारा क्षेत्र में लगातार हो रहे अवैध खनन और हादसों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा:
“अवैध खनन बिना प्रशासनिक संरक्षण के संभव ही नहीं है। बीसीसीएल पूरी तरह अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आउटसोर्सिंग कम्पनियां और बीसीसीएल प्रशासन सुरक्षा और रोजगार पर ठोस कदम नहीं उठाते, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
सांसद प्रतिनिधि सुभाष रवानी ने बताया कि हमारे सांसद ने दो माह पहले ही इस तरह की घटना होने की आशंका जताई थी, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन ने इसे नजरअंदाज कर दिया।
न्यूज़ देखो: मजदूरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए
धनबाद का यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं बल्कि उस व्यवस्था की पोल खोलता है, जहां मजदूर हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर काम करते हैं। अवैध खनन और प्रबंधन की लापरवाही जब तक खत्म नहीं होगी, तब तक ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आती रहेंगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बदलाव की मांग और जनजागरूकता
अब वक्त आ गया है कि मजदूर सुरक्षा को राजनीति से ऊपर उठाकर प्राथमिकता दी जाए। प्रशासन, कम्पनी और समाज सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में मजदूरों की जान खतरे में न पड़े। अपनी राय कॉमेंट करें और खबर को साझा करें ताकि जिम्मेदारों तक यह आवाज पहुंचे।