गढ़वा: अखिल भारतीय मद्धेशिया वैश्य सभा, गढ़वा के तत्वावधान में वनभोज सह मिलन समारोह का आयोजन कल्याणपुर स्थित डैम के पास किया गया। यह आयोजन समाज के सदस्यों को एकजुट करने और समाज को नई दिशा देने के उद्देश्य से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत
समारोह का शुभारंभ बाबा गणिनाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ। समाज के सदस्यों ने बाबा गणिनाथ को नमन करते हुए उनके आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लिया। इसके बाद समाज के अतिथियों का पुष्पगुच्छ और माला पहनाकर स्वागत किया गया।
समाज के विकास पर चर्चा
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ सदस्यों और अतिथियों ने विचार व्यक्त किए। उन्होंने शिक्षा, सामाजिक एकता, और समाज के आर्थिक उत्थान पर बल दिया। वक्ताओं ने कहा कि समाज को प्रगति के लिए शिक्षा के क्षेत्र में विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी को बेहतर अवसर मिल सकें।
सदस्यों ने यह भी कहा कि आपसी भाईचारे और सहयोग से समाज के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाया जा सकता है।
समाज की दिशा और दृष्टि
अतिथियों ने मद्धेशिया वैश्य समाज को एकजुट करने और उनकी सामाजिक स्थिति को और मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाओं का सुझाव दिया। शिक्षा, व्यापार, और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से समाज को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया।
सदस्यों का योगदान
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे। प्रमुख रूप से रामदास साहू, जगनारायण साव, बीरेंद्र साव, जितेंद्र मद्धेशिया, विजय प्रसाद, शिव प्रसाद, अनिल मद्धेशिया, राजेश्वर प्रसाद, श्यामा सुंदर साव, ओमप्रकाश, नंदू प्रसाद, अशोक मद्धेशिया, संतोष प्रसाद, पिंटू प्रसाद, मिंटू मद्धेशिया, बिनु प्रसाद, मुन्ना प्रसाद, और सूरज प्रसाद का विशेष योगदान रहा।
समारोह का समापन
समारोह का समापन सामूहिक भोज और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। समाज के सभी सदस्यों ने मिलकर इस आयोजन को सफल बनाया और भविष्य में इस तरह के और आयोजनों की आवश्यकता पर सहमति जताई।
इस आयोजन ने मद्धेशिया वैश्य समाज को एक नई ऊर्जा और दिशा प्रदान की, जो समाज के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकती है।