- बोधगया में महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया का भव्य वार्षिकोत्सव संपन्न
- श्रीलंकाई बौद्ध मठ से तथागत बुद्ध और उनके प्रमुख शिष्यों की अस्थियों के साथ निकली शोभायात्रा
- वियतनाम, श्रीलंका सहित कई देशों के श्रद्धालुओं की हुई भव्य भागीदारी
- बुद्ध के जीवन से जुड़ी झांकियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
तीन दिवसीय महोत्सव का भव्य समापन
बिहार के बोधगया में महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव सोमवार को एक भव्य शोभायात्रा के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन श्रीलंका बौद्ध मठ स्थित जयश्री महाविहार में संपन्न हुआ, जहां श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उमड़ी।
बुद्ध के अवशेषों के साथ निकाली गई शोभायात्रा
इस कार्यक्रम में श्रीलंका बौद्ध मठ से तथागत बुद्ध और उनके दो प्रमुख शिष्य, सारिपुत्त और महामोग्लान के धातु अवशेषों को शोभायात्रा में शामिल किया गया। यह यात्रा बोधगया के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
शोभायात्रा में वियतनाम, श्रीलंका और अन्य देशों से आए बौद्ध श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहा। इस दौरान BTMC की सचिव डॉ. महाश्वेता महारथी, सोसाइटी के सदस्य डब्ल्यू सिंह और श्रीलंका बौद्ध मठ के भिक्षु इंचार्ज ने अस्थि कलश को वाहनों पर सवार बौद्ध भिक्षुओं को सौंपा और यात्रा की शुरुआत की।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
इस शोभायात्रा में श्रीलंका के कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को भक्ति और आनंद से भर दिया। साथ ही विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भगवान बुद्ध और उनके जीवन से जुड़ी झांकियों की सुंदर प्रस्तुति दी, जिसने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं की भागीदारी
इस आयोजन में वियतनाम और अन्य देशों के श्रद्धालुओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जिससे यह सांस्कृतिक आयोजन और भी भव्य और यादगार बन गया।
महाबोधि सोसाइटी का यह वार्षिकोत्सव बौद्ध धर्म की भव्य परंपरा और श्रद्धा का अद्भुत संगम था। ऐसे ही रोचक और महत्वपूर्ण खबरों के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।