- 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़ में 20 से अधिक लोगों की मौत।
- झारखंड के दो श्रद्धालुओं की मौत, चार अन्य लापता।
- उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ मेले में वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह रोक लगाई।
- VVIP पास हुए रद्द, मेले में केवल पैदल आवाजाही की अनुमति।
- सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फरवरी तक लागू रहेंगे सख्त प्रतिबंध।
प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेले में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिससे 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य श्रद्धालु लापता हो गए। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मेले में कड़े सुरक्षा प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
राज्य सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण बदलाव :
- नो-व्हीकल जोन घोषित : मेले के पूरे क्षेत्र में अब किसी भी प्रकार के वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- VVIP पास रद्द : अब कोई भी विशेष पास धारक व्यक्ति अपने वाहन से मेले में प्रवेश नहीं कर सकेगा।
- वन-वे मार्ग व्यवस्था : श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों को एकतरफा किया गया है।
- बॉर्डर पर वाहन रोके जाएंगे : प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा।
- फरवरी तक सख्ती : पूरे शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर सख्त प्रतिबंध रहेगा।
झारखंड के श्रद्धालुओं पर भी असर
इस भगदड़ में झारखंड के भी कई श्रद्धालु प्रभावित हुए हैं। जानकारी के अनुसार, झारखंड के दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार अन्य लापता हैं।
सरकार की अपील
उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और मेले के दौरान भीड़भाड़ से बचें। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में प्रशासन की मदद लें।
‘न्यूज़ देखो’ की अपील
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