
#महुआडांड़ #जनजागरूकता : परहाटोली पंचायत भवन में महुआ भारत गैस एजेंसी ने ग्रामीणों को एलपीजी के सुरक्षित उपयोग और आपातकालीन उपायों की जानकारी दी।
- ग्रामीणों को एलपीजी सुरक्षा, रिसाव पहचान और बचाव उपाय बताए गए।
- रेगुलेटर, पाइप व चूल्हे की जांच प्रक्रिया समझाई गई।
- आपातकालीन स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों का प्रदर्शन किया गया।
- कार्यक्रम महुआ भारत गैस के संचालक इमरान खान के निर्देश पर हुआ।
- एजेंसी कर्मी सदिकुल, वार्ड सदस्य और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद।
महुआडांड़ प्रखंड के परहाटोली पंचायत भवन में शनिवार को महुआ भारत गैस एजेंसी द्वारा एलपीजी गैस सुरक्षा पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीणों को गैस के सुरक्षित उपयोग, संभावित खतरों और बचाव उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई। एजेंसी कर्मियों ने बताया कि एलपीजी का सही ढंग से उपयोग पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन छोटी सी लापरवाही आगजनी और विस्फोट जैसी गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।
कैसे करें एलपीजी का सुरक्षित उपयोग—ग्रामीणों को मिली व्यावहारिक सीख
कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने गैस चूल्हा जलाने की सही तकनीक, रेगुलेटर लगाने की विधि और कनेक्शन पाइप की नियमित जांच के महत्व पर विस्तार से बताया।
ग्रामीणों को यह भी सिखाया गया कि गैस रिसाव की पहचान कैसे करें—
- गैस की तेज गंध
- रेगुलेटर या पाइप के पास हल्की आवाज
- साबुन-पानी से जांच का तरीका
साथ ही उन्हें समझाया गया कि किसी भी रिसाव की स्थिति में घबराने के बजाय सबसे पहले रेगुलेटर बंद करें और सिलेंडर को खुली जगह में रखें। चूल्हा जलाने या कोई भी विद्युत स्विच ऑन करने से बचने की सलाह दी गई।
आपात स्थिति में क्या करें—एजेंसी कर्मियों ने किया लाइव प्रदर्शन
एजेंसी के कर्मियों ने ग्रामीणों के सामने आपातकालीन स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों का प्रदर्शन भी किया।
ठंडे दिमाग से काम लेना, ताजी हवा का इंतजाम करना, आग के स्रोत को दूर रखना और सिलेंडर को हवादार स्थान पर रखना—इन सभी बिंदुओं पर विशेष जोर दिया गया।
ग्रामीणों ने प्रशिक्षण के दौरान कई सवाल पूछे, जिनका एजेंसी टीम ने सरल भाषा में समाधान दिया।
प्रत्येक महीने एक पंचायत में जागरूकता कार्यक्रम—एजेंसी की नई पहल
महुआ भारत गैस एजेंसी ने बताया कि यह कार्यक्रम संचालक इमरान खान के निर्देश पर आयोजित किया गया है और अब प्रत्येक महीने एक पंचायत में ऐसे शिविर लगाए जाएंगे।
एजेंसी का उद्देश्य है कि दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोग गैस का उपयोग करते समय पूरी तरह सतर्क रहें और दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
ग्रामीणों की सराहना—“इससे जागरूकता बढ़ेगी, हादसे कम होंगे”
पंचायत के वार्ड सदस्य व उपस्थित ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम बेहद जरूरी हैं।
लोगों ने कहा कि अक्सर जानकारी के अभाव में ही दुर्घटनाएं होती हैं, और इस प्रशिक्षण से अब वे अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण क्षेत्रों में गैस सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने की जरूरत
ग्रामीण इलाकों में आज भी एलपीजी सुरक्षा को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं पहुँच पाती। महुआ भारत गैस की यह पहल दिखाती है कि सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाकर दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। इस तरह के शिविर स्थानीय प्रशासन और एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से और प्रभावी बन सकते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित रहें—अपनी जानकारी दूसरों तक भी पहुँचाएं
गैस सुरक्षा केवल अपने घर की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समुदाय की सुरक्षा से जुड़ी है।
सही उपयोग, नियमित जांच और त्वरित चेतावनी से बड़ी दुर्घटनाओं को रोकना संभव है।
ऐसे कार्यक्रमों में शामिल हों, अपने परिवार और पड़ोस को भी जागरूक करें।
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और सुरक्षा का यह संदेश हर घर तक पहुँचाएं।





