
#लातेहार #गुमला : चैनपुर थाना के बहुचर्चित हत्या कांड में फरार आरोपी को पुलिस ने दबोचकर न्यायालय में पेश करने की तैयारी की
- चैनपुर थाना कांड संख्या 06/15 (धारा 302/201/34 IPC) के फरार आरोपी की गिरफ्तारी हुई।
- अभियुक्त की पहचान रविन्द्र लोहारा, उम्र लगभग 35 वर्ष, ग्राम राजडंडा, थाना महुआडांड़, जिला लातेहार निवासी के रूप में हुई।
- आरोपी के खिलाफ ST No. 381/16 भी दर्ज है और वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
- वर्ष 2022 में आरोपी को महुआडांड़ थाना कांड 33/22 (धारा 385/506/34 IPC एवं 17 CLA एक्ट) में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
- वर्ष 2024 में आरोपी जमानत पर मुक्त हुआ लेकिन अब दोबारा गिरफ्तार कर चैनपुर थाना को सुपुर्द किया गया।
चैनपुर थाना क्षेत्र के बहुचर्चित हत्या कांड संख्या 06/15 में फरार चल रहे अभियुक्त रविन्द्र लोहारा को पुलिस ने दबोच लिया है। गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले इस आरोपी पर हत्या और सबूत मिटाने जैसे संगीन आरोप हैं। पुलिस ने उसे विधिवत चैनपुर थाना को सुपुर्द किया, जहां से उसे माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा। यह गिरफ्तारी पुलिस की एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
हत्या कांड का लंबा सिलसिला
वर्ष 2015 में दर्ज चैनपुर थाना कांड संख्या 06/15 (धारा 302/201/34 IPC) के अंतर्गत एक जघन्य हत्या का मामला प्रकाश में आया था। इस कांड से जुड़े अभियुक्तों में से एक रविन्द्र लोहारा लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था। अदालत में चल रहे ST No. 381/16 के बावजूद वह न्यायिक प्रक्रिया से बचता रहा।
अपराधी की पृष्ठभूमि
पुलिस अभिलेखों के अनुसार, अभियुक्त रविन्द्र लोहारा, पिता स्वर्गीय रतिया लोहारा, ग्राम राजडंडा, थाना महुआडांड़, जिला लातेहार का रहने वाला है। वर्ष 2022 में भी उस पर महुआडांड़ थाना कांड संख्या 33/22 दर्ज हुआ था, जिसमें धारा 385/506/34 IPC और 17 CLA एक्ट लगाया गया था। उस समय उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
जमानत पर छूटकर फिर हुआ सक्रिय
सूत्र बताते हैं कि वर्ष 2024 में वह जमानत पर रिहा हो गया था। लेकिन इसके बाद भी पुलिस और न्यायालय की निगाहों से बचता रहा। उसके खिलाफ पहले से दर्ज हत्या कांड में लगातार कार्रवाई की मांग उठती रही और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की रणनीति और कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने अभियुक्त की गिरफ्तारी को बड़ी उपलब्धि करार दिया है। गुप्त सूचना और सतत निगरानी के बाद पुलिस ने उसे दबोचा और विधिवत चैनपुर थाना को सुपुर्द किया। अब अभियुक्त को न्यायालय में प्रस्तुत कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रों ने कहा: “फरार अभियुक्त को पकड़ना हमारी प्राथमिकता थी। हत्या जैसे गंभीर मामले में कोई भी अभियुक्त कानून से बच नहीं सकता।”
स्थानीय स्तर पर प्रतिक्रिया
गांव और क्षेत्र में इस गिरफ्तारी की खबर तेजी से फैली। आम लोगों ने राहत की सांस ली कि इतने लंबे समय से फरार आरोपी को अंततः पकड़ लिया गया। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे न्याय मिलने की संभावना बढ़ी है और अपराधियों में कानून का भय मजबूत होगा।
न्यायिक प्रक्रिया पर टिकी नजर
अब सभी की नजरें अदालत पर हैं, जहां इस मामले की सुनवाई होगी। पीड़ित परिवार और ग्रामीणों को उम्मीद है कि अदालत से उन्हें न्याय मिलेगा और आरोपी को सख्त सजा दी जाएगी।
न्यूज़ देखो: कानून का शिकंजा मजबूत
रविन्द्र लोहारा जैसे फरार और आपराधिक प्रवृत्ति वाले अभियुक्त की गिरफ्तारी से यह संदेश जाता है कि कानून से बचना असंभव है। पुलिस की यह कार्रवाई समाज में विश्वास और सुरक्षा की भावना को बढ़ाती है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि अपराधियों के लिए न्यायिक व्यवस्था हमेशा सक्रिय रहती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपराध के खिलाफ समाज की जिम्मेदारी
यह घटना हमें याद दिलाती है कि अपराध रोकने में केवल पुलिस नहीं, बल्कि समाज की सजगता भी जरूरी है। अब वक्त है कि हम सभी कानून का सम्मान करें, अपराधियों की सूचना दें और सुरक्षित समाज के निर्माण में भागीदार बनें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि जागरूकता और बढ़े।