
#सिमरिया #नशीलीदवा : प्रतिबंधित कोडीन सिरप और टैबलेट्स की बरामदगी से तस्करी नेटवर्क पर फिर चोट।
चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कांड संख्या 210/25 में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। हजारीबाग रोड स्थित आरोपी अंकित सिंह के गोदाम में संयुक्त छापेमारी कर प्रतिबंधित कोडीन सिरप के खाली कार्टून और मोंटोजोन एलसी टैबलेट्स बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई नशीली दवाओं की तस्करी के संगठित नेटवर्क की ओर इशारा करती है। पुलिस ने बरामद सामान को सील कर आगे की जांच तेज कर दी है।
- कांड संख्या 210/25 के तहत आरोपी अंकित सिंह के गोदाम पर छापेमारी।
- इंस्पेक्टर सनोज चौधरी और थाना प्रभारी सूर्यप्रताप सिंह रहे मौजूद।
- 7 खाली कोडीन कार्टून और एक पेटी मोंटोजोन एलसी टैबलेट्स बरामद।
- बरामद सभी सामग्री को सील कर जब्त किया गया।
- मामले में नामजद तीनों आरोपी अब भी फरार।
सिमरिया थाना क्षेत्र में नशीली दवाओं की तस्करी को लेकर पुलिस की सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कांड संख्या 210/25 के आलोक में पुलिस ने हजारीबाग रोड स्थित आरोपी अंकित सिंह के गोदाम में छापेमारी की। यह कार्रवाई बीते रविवार देर शाम की गई, जो लगभग डेढ़ से दो घंटे तक चली। छापेमारी के दौरान पुलिस को प्रतिबंधित कोडीन सिरप के खाली कार्टून और मोंटोजोन एलसी टैबलेट्स बरामद हुए, जिससे तस्करी के बड़े नेटवर्क की आशंका और गहरी हो गई है।
संयुक्त छापेमारी में जुटी पुलिस टीम
इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर सनोज चौधरी और थाना प्रभारी सूर्यप्रताप सिंह स्वयं मौजूद रहे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, छापेमारी पूरी तरह सुनियोजित थी और गोदाम के हर हिस्से की बारीकी से जांच की गई। लंबे समय तक चली इस कार्रवाई के दौरान आसपास के इलाके में पुलिस बल तैनात रहा, ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो।
गोदाम से क्या-क्या हुआ बरामद
छापेमारी के दौरान गोदाम से प्रतिबंधित कोडीन सिरप के 7 खाली कार्टून और एक पेटी मोंटोजोन एलसी टैबलेट्स बरामद किए गए। यह सामग्री एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रतिबंधित श्रेणी में आती है। इंस्पेक्टर सनोज चौधरी ने सभी बरामद सामानों को मौके पर ही सील कर पुलिस कब्जे में ले लिया।
इंस्पेक्टर सनोज चौधरी ने कहा: “बरामद सभी सामग्रियों को विधिसम्मत तरीके से सील कर लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।”
पहले भी हो चुकी है बड़ी बरामदगी
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले तूमा पत्रा गांव के सुनसान इलाके में स्थित हितामन गंझू के घर से पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने 42 पेटी प्रतिबंधित कोडीन सिरप बरामद किया था। उस कार्रवाई में अंचलाधिकारी गौरव कुमार और इंस्पेक्टर सनोज चौधरी शामिल थे। उसी मामले में उज्ज्वल सिंह, सूरज सिंह और भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अंकित सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया था।
नामजद आरोपी अब भी गिरफ्त से बाहर
हालांकि, इतनी बड़ी बरामदगी और छापेमारी के बावजूद तीनों नामजद आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं हो सके हैं। इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
झारखंड में फैला है तस्करी का बड़ा नेटवर्क
जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि प्रतिबंधित कोडीन सिरप और अन्य नशीली दवाओं की तस्करी झारखंड के कई जिलों में बड़े पैमाने पर की जा रही थी। इनमें लातेहार, चतरा, हजारीबाग, धनबाद, बोकारो, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, पलामू, गढ़वा, गिरिडीह और कोडरमा जैसे जिले शामिल हैं। यह नेटवर्क संगठित रूप से काम कर रहा था, जिससे करोड़ों रुपये के अवैध कारोबार की आशंका जताई जा रही है।
एनआईए जांच की उठी मांग
स्थानीय समाजसेवियों और बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि इस पूरे मामले की एनआईए स्तर पर गहन जांच कराई जाए, तो एक बड़े तस्करी सिंडिकेट का खुलासा हो सकता है। उनका मानना है कि इस अवैध धंधे में कई प्रभावशाली और सफेदपोश लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिन्होंने इस कारोबार से अकूत संपत्ति अर्जित की है।
संपत्ति फ्रीज करने का भी है प्रावधान
जिले में एनडीपीएस एक्ट के मामलों में न्यायालय के निर्देशानुसार आरोपियों की चल-अचल संपत्तियों को फ्रीज करने का प्रावधान भी लागू किया जा रहा है। अब तक कई एनडीपीएस आरोपियों के घर और संपत्तियां फ्रीज की जा चुकी हैं। ऐसे में इस मामले में भी आगे क्या कार्रवाई होती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
न्यूज़ देखो: नशे के सौदागरों पर कसता शिकंजा
सिमरिया पुलिस की यह कार्रवाई दिखाती है कि नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ अभियान तेज हो चुका है। हालांकि, आरोपियों की गिरफ्तारी अब भी चुनौती बनी हुई है। आने वाले दिनों में जांच किस दिशा में जाती है और क्या बड़े नाम सामने आते हैं, यह देखना अहम होगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समाज को नशामुक्त बनाने की जिम्मेदारी
नशीली दवाओं का कारोबार समाज के भविष्य के लिए गंभीर खतरा है। ऐसे मामलों पर सतर्क रहना और आवाज उठाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में दें और नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में भागीदार बनें।





