
#दुमका #साईबर_ठगी : सरैयाहाट पुलिस ने गुप्त सूचना पर घघरी गांव में छापेमारी कर फर्जी ऐप लिंक भेजकर लाखों ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया।
- सरैयाहाट पुलिस ने घघरी गांव में छापेमारी कर तीन साइबर ठगों को पकड़ा।
- आरोपी फर्जी ऐप लिंक भेजकर मोबाइल क्लोन कर पीड़ित का OTP लेकर खाते से रुपए उड़ाते थे।
- ठगी की रकम निकालने के लिए किराए की पासबुक, और 30% कमीशन पर काम करने वाला अलग दल सक्रिय था।
- पुलिस ने 5 एंड्रॉयड मोबाइल, 2 ATM कार्ड जब्त किए।
- एसडीपीओ अमित कच्छप के अनुसार गिरोह बड़ा और नया सिंडिकेट, बाकी सदस्य फरार।
दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़े साईबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया है। प्रतिबिंब ऐप से मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने घघरी गांव में छापेमारी की, जहाँ से दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। ये आरोपी व्हाट्सएप पर फर्जी ऐप लिंक भेजकर मोबाइल क्लोन कर लेते थे और पीड़ितों के बैंक खातों से रकम साफ कर देते थे। इस कार्रवाई से इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों के बीच हड़कंप मच गया है।
कैसे चल रहा था फर्जी ऐप के जरिए ठगी का खेल
गिरफ्तार आरोपी खुद को कभी ब्लॉक अफसर, कभी बैंक अधिकारी, तो कभी लोन एजेंट या बिजली विभाग का कर्मचारी बताकर भरोसा जीतते थे। इसके बाद वे ट्रैफिक एडमिन ऐप, RTO एडमिन ऐप, PM Shot Ad, RBL क्रेडिट कार्ड ऐप जैसे फर्जी लिंक भेजते थे। जैसे ही कोई लिंक खोलता, आरोपी मोबाइल को रिमोटली क्लोन कर लेते और OTP हासिल कर खाते से पूरी रकम निकाल लेते। पीड़ितों को इस बात की भनक तक नहीं लगती थी कि उनका फोन हैक हो चुका है।
बैंक खाते किराए पर, निकासी के लिए अलग गिरोह
गिरफ्तार युवकों ने पूछताछ में बताया कि ठगी की रकम को निकालने के लिए वे किराए पर पासबुक लेते थे। इसके लिए 30% कमीशन पर अलग दल काम करता था, जो ATMs और बैंक खातों के जरिए पैसे निकालकर आगे बढ़ा देता था। पुलिस के अनुसार पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपी ऑनलाइन शॉपिंग कर तुरंत रकम खर्च भी कर देते थे, ताकि रकम की ट्रेसिंग मुश्किल हो जाए।
पुलिस की कार्रवाई, जब्ती और आगे की जांच
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से 5 एंड्रॉयड मोबाइल फोन और 2 ATM कार्ड बरामद किए हैं। एसडीपीओ अमित कच्छप ने बताया कि यह एक बड़ा और संगठित साईबर ठगी सिंडिकेट है, जिसका नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हो सकता है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और इस मामले में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
लोगों से पुलिस की अपील
साइबर सुरक्षा को लेकर पुलिस ने साफ चेतावनी जारी की है कि कोई भी व्यक्ति किसी अनजान नंबर से आए लिंक, ऐप या OTP का जवाब बिल्कुल न दें। ठग लगातार नए तरीके अपना रहे हैं, इसलिए सतर्क रहना ही सबसे बड़ा बचाव है।
न्यूज़ देखो: साइबर अपराध के बदलते रूप पर सतर्क रहना जरूरी
यह मामला बताता है कि साइबर ठगी कितनी तेजी से अपने तरीकों को बदल रही है और लोग कितनी आसानी से इसके शिकार बन जाते हैं। पुलिस की यह कार्रवाई महत्वपूर्ण है, पर जागरूक नागरिक ही ऐसे अपराधों को रोकने में वास्तविक भूमिका निभा सकते हैं।
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डिजिटल दौर में सतर्कता ही सुरक्षा
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