
#लातेहार #नक्सली_हिंसा – तोरीसोत गांव में देर शाम हथियारबंद नक्सलियों ने किया तांडव, सर्वे के लिए इस्तेमाल हो रहे वाहन जलाए
- CMPDI सर्वे टीम की 8 गाड़ियों को नक्सलियों ने आग के हवाले किया
- लातेहार-चतरा-रांची सीमा पर स्थित तोरीसोत गांव में हुई घटना
- फायरिंग कर नक्सलियों ने ड्रिलिंग मशीन, ट्रक और पिकअप को जलाया
- घटना की सूचना मिलने पर DSP के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची
- पूरे इलाके को सील कर सघन छापामारी अभियान शुरू
- स्थानीय लोग माओवादियों की संलिप्तता की जता रहे आशंका
तोरीसोत गांव में CMPDI के साइड पर नक्सलियों का धावा
लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के तोरीसोत गांव के पास शनिवार की देर शाम हथियारबंद नक्सलियों ने खनिज सर्वेक्षण कर रही टीम पर हमला कर दिया। यह टीम CMPDI (सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट) की थी, जो इलाके में कोयला सर्वेक्षण का काम कर रही थी।
नक्सलियों ने मौके पर पहुंचते ही फायरिंग शुरू कर दी और 8 वाहनों में आग लगा दी। इनमें दो ड्रिलिंग मशीन, दो ट्रक, दो पिकअप वैन और दो कारें शामिल हैं। घटना के समय टीम के सदस्य जान बचाकर भागने में सफल रहे, जिससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
लातेहार पुलिस ने तेज़ी से संभाली स्थिति, पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन
घटना की सूचना रात करीब 12 बजे पुलिस को दी गई, जब सर्वेक्षण कार्य में लगे कर्मियों ने किसी तरह सुरक्षित थाना पहुंचकर जानकारी दी। इसके बाद लातेहार एसपी कुमार गौरव के निर्देश पर बालूमाथ डीएसपी विनोद रवानी के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल की घेराबंदी कर जांच शुरू की।
“घटना की जांच की जा रही है। पुलिस टीम ने सर्च अभियान शुरू कर दिया है और इलाके को सील कर लिया गया है।” — डीएसपी विनोद रवानी
माओवादियों पर आशंका, सुदूर इलाका बना चुनौती
घटना जिस स्थान पर हुई है, वह लातेहार, चतरा और रांची का सीमावर्ती क्षेत्र है, जो नक्सल गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है। हालांकि पिछले कुछ समय से यह इलाका शांत था, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना को जिस तरीके से अंजाम दिया गया है, वह माओवादियों की रणनीति से मेल खाता है। हालांकि पुलिस ने अभी तक किसी संगठन की स्पष्ट पहचान नहीं की है, लेकिन नक्सल संगठन की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।
घंटों चला उत्पात, पूरी तरह जल गए वाहन
करीब एक घंटे तक नक्सली साइडिंग क्षेत्र में उत्पात मचाते रहे। वे हथियारों के साथ पहुंचे थे और सर्वेक्षण उपकरणों व वाहनों को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया। घटना के बाद वे आसानी से जंगल की ओर निकल गए।
वाहनों की हालत देखने से साफ है कि आगजनी की घटना सुनियोजित थी। क्षेत्र में पहुँच मार्ग सीमित और जंगल से घिरा होने के कारण पुलिस को ऑपरेशन में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
न्यूज़ देखो : नक्सल घटनाओं पर हमारी चौकस निगाह
न्यूज़ देखो लगातार ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर नजर बनाए रखता है, जहां सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने वाले तत्त्व सक्रिय हो जाते हैं। लातेहार की यह घटना एक बार फिर यह चेतावनी देती है कि अभी भी कई इलाके नक्सल प्रभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाए हैं। हम हर अपडेट, हर कार्रवाई और हर पहल की गहराई से मॉनिटरिंग करते रहेंगे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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