
#गुमला #नक्सलविरोधीअभियान : पुलिस का एक्शन, पीएलएफआई को तगड़ा झटका
- 15 लाख का इनामी पीएलएफआई कमांडर मार्टिन केरकेट्टा मुठभेड़ में ढेर।
- पारही चंगाबाड़ी जंगल में चला लंबा सर्च ऑपरेशन।
- पुलिस ने हथियार बरामद, दो अन्य उग्रवादियों को गोली लगने की आशंका।
- मार्टिन के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज थे।
- पुलिस की कार्रवाई से पीएलएफआई संगठन को बड़ा झटका।
मुठभेड़ से पहले की खुफिया सूचना
गुमला पुलिस को इनपुट मिला था कि कामडारा के पारही चंगाबाड़ी के जंगलों में पीएलएफआई का कुख्यात कमांडर मार्टिन केरकेट्टा अपने 5-6 साथियों के साथ किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहा है। सूचना के बाद देर रात विशेष टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
पुलिस-उग्रवादी आमने-सामने
जैसे ही पुलिस टीम जंगल के करीब पहुंची, उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी तुरंत मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। यह मुठभेड़ लगभग 1 घंटे तक चली। उग्रवादी फायरिंग के दौरान घने जंगलों में भाग निकले, लेकिन मौके पर पुलिस को एक शव मिला जिसकी पहचान मार्टिन केरकेट्टा के रूप में हुई।
हथियार बरामद, सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ स्थल से हथियार बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, 2-3 उग्रवादियों को गोली लगी हो सकती है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। देर रात से लेकर सुबह तक सर्च ऑपरेशन जारी है।
गुमला एसपी ने कहा: “यह कार्रवाई नक्सल विरोधी अभियान के लिए बड़ी उपलब्धि है। मार्टिन के खिलाफ 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस का ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा।”
पीएलएफआई को बड़ा झटका
मार्टिन केरकेट्टा पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का करीबी था। दिनेश गोप की नेपाल से गिरफ्तारी के बाद संगठन की कमान मार्टिन ने संभाली थी और वह लगातार संगठन को मजबूत कर रहा था। लेकिन इस कार्रवाई से पीएलएफआई को तगड़ा झटका लगा है।
न्यूज़ देखो: जंगल में बदलते हालात
गुमला में पुलिस का यह ऑपरेशन न केवल नक्सली नेटवर्क के लिए बड़ा खतरा है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों की जगह केवल सलाखों के पीछे या कानून की पकड़ में है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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